भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग 1 जनवरी 2026 से होंगे बंद, भक्तों की सुरक्षा के लिए हो रहा है बड़ा फैसला

Post

News India Live, Digital Desk : महाराष्ट्र के पुणे जिले में स्थित भगवान शिव के पवित्र भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग के भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण सूचना है. श्रद्धालुओं की सुरक्षा और मंदिर के रखरखाव के लिए 1 जनवरी, 2026 से मंदिर के पट बंद कर दिए जाएंगे. यह फैसला मंदिर प्रशासन ने बड़े पैमाने पर मरम्मत और जीर्णोद्धार कार्य के लिए लिया है. लाखों भक्तों की आस्था का केंद्र यह पवित्र मंदिर कुछ समय के लिए दर्शन के लिए उपलब्ध नहीं होगा.

क्यों लिया गया यह बड़ा फैसला?

मंदिर प्रबंधन के अनुसार, भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग एक प्राचीन मंदिर है और लगातार बड़ी संख्या में भक्तों के आने-जाने से इसकी संरचना पर असर पड़ा है. मौजूदा ढाँचे में कुछ जगहों पर मरम्मत की सख़्त ज़रूरत है, ताकि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके. भारी भीड़ के दबाव और बदलते मौसम के कारण संरचनात्मक समस्याएँ सामने आई हैं, जिन्हें ठीक करना बहुत ज़रूरी है. इस जीर्णोद्धार (Renovation) और मरम्मत कार्य का मुख्य उद्देश्य भक्तों को भविष्य में और भी सुरक्षित और बेहतर अनुभव देना है. यह कार्य कब तक चलेगा, इसकी स्पष्ट जानकारी अभी नहीं दी गई है, लेकिन भक्तों से अपील की गई है कि वे प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें.

भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है भीमाशंकर

भीमाशंकर मंदिर उन 12 पवित्र ज्योतिर्लिंगों में से एक है, जहाँ भगवान शिव स्वयं लिंग रूप में विराजमान माने जाते हैं. इसकी धार्मिक महत्ता बहुत अधिक है और यह देश-विदेश से आने वाले शिव भक्तों के लिए एक प्रमुख तीर्थस्थल है. यह क्षेत्र अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण के लिए भी जाना जाता है. यह खबर उन भक्तों के लिए निराशाजनक हो सकती है, जो 2026 की शुरुआत में यहाँ दर्शन करने की योजना बना रहे थे.

हालांकि, इस फैसले के पीछे भक्तों की दीर्घकालिक सुरक्षा और मंदिर के प्राचीन गौरव को बनाए रखने का नेक मकसद है. उम्मीद है कि मरम्मत के बाद भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग अपने नए और मजबूत स्वरूप में और भी अधिक भव्य दिखाई देगा और सुरक्षित माहौल में श्रद्धालु दोबारा भगवान शिव के दर्शन कर पाएंगे.

--Advertisement--