Google पर कुछ भी सर्च करने से पहले 100 बार सोचें आपकी एक गलती आपको सलाखों के पीछे भेज सकती है
News India Live, Digital Desk : आज के जमाने में 'गूगल बाबा' (Google) हम सबकी जिंदगी का एक अटूट हिस्सा बन गए हैं। सुबह उठने से लेकर रात को सोने तक, चाहे खाने की रेसिपी हो या दवा की जानकारी, हमारी उंगलियां तुरंत फोन के की-पैड पर दौड़ पड़ती हैं। हमें लगता है कि हमारा मोबाइल हमारा है, और हम उस पर बंद कमरे में कुछ भी सर्च करें, किसी को क्या पता चलेगा?
लेकिन ठहरिए! आपकी यही सोच आपको बड़ी मुसीबत में डाल सकती है। इंटरनेट की दुनिया में गोपनीयता (Privacy) महज एक भ्रम है। आपकी हर एक सर्च पर साइबर सेल और सुरक्षा एजेंसियों की पैनी नजर होती है। कुछ ऐसे विषय हैं जिन्हें गूगल पर सर्च करना तो दूर, टाइप करने भर से ही आप संदेह के घेरे में आ सकते हैं और सीधे जेल की यात्रा कर सकते हैं।
आइए, आसान भाषा में समझते हैं कि वो कौन सी 'रेड लाइन्स' हैं जिन्हें आपको कभी क्रॉस नहीं करना चाहिए।
1. बम बनाने या हथियारों की जानकारी (Bomb & Weapons)
अगर आप उत्सुकता में या मज़ाक में भी यह सर्च कर रहे हैं कि "बम कैसे बनाया जाता है" (How to make a bomb) या हथियार कैसे घर पर बनाएं, तो आप तुरंत रडार पर आ सकते हैं। सुरक्षा एजेंसियां ऐसे कीवर्ड्स को बहुत गंभीरता से ट्रैक करती हैं। इसे आतंकी गतिविधि या देश की सुरक्षा के लिए खतरा माना जा सकता है। याद रखें, पुलिस आपके दरवाजे पर दस्तक देने में देर नहीं लगाएगी।
2. बच्चों के साथ गलत काम (Child Pornography)
इस मामले में भारत सरकार के कानून बेहद सख्त हैं। अगर कोई व्यक्ति Google पर बच्चों के शोषण (Child Abuse) या चाइल्ड पोर्नोग्राफी से जुड़ी सामग्री सर्च करता है, डाउनलोड करता है या शेयर करता है, तो यह POCSO एक्ट के तहत एक गंभीर अपराध है। इसके लिए सीधी गिरफ्तारी हो सकती है और जमानत मिलना भी मुश्किल हो जाता है।
3. पीड़िता की पहचान उजागर करना
सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार, किसी भी यौन उत्पीड़न की पीड़िता का नाम या फोटो उजागर करना गैरकानूनी है। अगर आप गूगल पर किसी ऐसे केस की विक्टिम का नाम या पहचान जानने की कोशिश करते हैं, तो आप कानूनी पचड़े में फंस सकते हैं।
4. गर्भपात के तरीके (Abortion Issues)
यूं तो मेडिकल जानकारी लेना ठीक है, लेकिन भारत में जन्म से पहले लिंग परीक्षण (Gender determination) या गैर-कानूनी तरीके से गर्भपात की दवाइयां सर्च करना संदिग्ध माना जा सकता है। भारत में भ्रूण हत्या को रोकने के लिए कानून बहुत कड़े हैं, इसलिए ऐसे संवेदनशील मुद्दों से दूर रहना ही बेहतर है।
5. फिल्म पायरेसी (Piracy)
फिल्म रिलीज़ होने से पहले उसे लीक करना या पायरेटेड कंटेंट डाउनलोड करने के तरीके खोजना भी आपको मुश्किल में डाल सकता है। कॉपीराइट एक्ट के तहत यह जुर्म है और अगर साइबर सेल ने आपको ट्रैक कर लिया, तो भारी जुर्माना भरना पड़ सकता है।
ये न सोचें कि कोई नहीं देख रहा
बहुत से लोग सोचते हैं कि वे "Incognito Mode" (प्राइवेट मोड) का इस्तेमाल करेंगे और बच जाएंगे। यह सबसे बड़ी गलतफहमी है। आपका आईपी एड्रेस (IP Address) आपके इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर और पुलिस के पास मौजूद रहता है।
तो दोस्तों, इंटरनेट ज्ञान का भंडार है, इसे सीखने के लिए इस्तेमाल करें, मुसीबत को न्योता देने के लिए नहीं। समझदार बनें और सुरक्षित रहें।
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