Beauty Tips : सिर्फ प्रोडक्ट ही नहीं, आपकी ये गलती भी बर्बाद कर देती है मेकअप कहीं आप भी तो नहीं कर रहे
News India Live, Digital Desk: Beauty Tips : खूबसूरत और परफेक्ट मेकअप कौन नहीं चाहता, खासकर त्योहारों या किसी खास मौके पर! हम अक्सर महंगे मेकअप प्रोडक्ट खरीदते हैं, तरह-तरह के फाउंडेशन और कंसीलर लगाते हैं, लेकिन फिर भी जब बाहर निकलते हैं तो लगता है कि कुछ तो गड़बड़ हो गई! चेहरा पैची दिख रहा है, फाउंडेशन का रंग सही नहीं है, या फिर बहुत ज़्यादा मेकअप लग गया है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि सिर्फ आपके मेकअप प्रोडक्ट्स नहीं, बल्कि आपकी गलत लाइटिंग (Bad Lighting) भी आपके पूरे लुक को खराब कर सकती है? जी हाँ, अक्सर लोग इस बात पर ध्यान नहीं देते और कुछ आम गलतियां कर जाते हैं.
क्यों खराब लाइटिंग बिगाड़ देती है मेकअप का खेल?
दरअसल, अलग-अलग रोशनी में रंगों का दिखना भी बदल जाता है. अगर आप ऐसी रोशनी में मेकअप करती हैं जो आपकी असल त्वचा के रंग को नहीं दिखा रही, तो फाइनल रिजल्ट बिलकुल वैसा नहीं मिलेगा जैसा आपने सोचा था. आपका मेकअप या तो ज़्यादा गहरा दिख सकता है, या फिर बहुत हल्का लग सकता है.
तो कौन सी हैं वो आम गलतियां जो लोग अक्सर करते हैं?
- कम रोशनी वाला कमरा (Dimly Lit Room): बहुत से लोग सुबह-सुबह उठकर हल्की या कम रोशनी में मेकअप करने लगते हैं. इस रोशनी में आपको अक्सर चीज़ें धुंधली दिखती हैं, और ऐसे में आप ज़रूरत से ज़्यादा प्रोडक्ट लगा लेती हैं, खासकर फाउंडेशन या कंसीलर. बाद में दिन की रोशनी में आपका मेकअप केकड़ी (patchy) और हैवी लग सकता है.
- बाथरूम की रोशनी (Bathroom Lighting): बाथरूम की लाइटें अक्सर तेज़ और कभी-कभी पीली या ठंडी होती हैं. अगर आप इस रोशनी में मेकअप कर रही हैं, तो संभावना है कि आपका फाउंडेशन शेड गलत हो जाए या ब्लेंडिंग सही न हो पाए. बाहर की नेचुरल लाइट में आपका चेहरा या तो भूरा दिखेगा या फिर कुछ और.
- सीधी ऊपर से आने वाली रोशनी (Overhead Lights): छत से सीधी ऊपर से आने वाली लाइटें चेहरे पर शैडो बनाती हैं, जिससे आंखों के नीचे या नाक के किनारों पर अंधेरा दिख सकता है. इससे आप उन जगहों पर ज़्यादा प्रोडक्ट लगा सकती हैं, जिससे मेकअप बाद में अनइवन दिखता है.
- पीली/गर्म रोशनी (Yellow/Warm Lighting): अगर आप पीली रोशनी वाले कमरे में मेकअप करती हैं, तो आपकी त्वचा का रंग ज़्यादा पीला दिख सकता है. ऐसे में आप अपने नेचुरल स्किन टोन से ज़्यादा हल्का फाउंडेशन लगा सकती हैं. जब आप बाहर दिन की रोशनी में जाती हैं, तो आपका चेहरा गर्दन से मैच नहीं करेगा और 'अजीब' दिख सकता है.
- ठंडी/फ्लूरोसेंट रोशनी (Cool/Fluorescent Lighting): यह रोशनी आपके चेहरे को बेजान या थोड़ा ग्रेिश दिखा सकती है. इस तरह की रोशनी में अक्सर लोग ब्लश या ब्रोंजर ज़्यादा लगा लेते हैं, क्योंकि उनका चेहरा मुरझाया हुआ लग रहा होता है. फिर बाहर सूरज की रोशनी में वही मेकअप ज़्यादा गाढ़ा और अननेचुरल लगने लगता है.
तो फिर सही लाइटिंग कौन सी है?
- प्राकृतिक दिन की रोशनी (Natural Daylight): मेकअप के लिए सबसे अच्छी और सही रोशनी सुबह या शाम की प्राकृतिक दिन की रोशनी होती है. किसी खिड़की के सामने बैठकर मेकअप करने की कोशिश करें, जहाँ आपको सीधे धूप न पड़े बल्कि सॉफ्ट, डिफ्यूज्ड लाइट मिले. यह आपके रंग को सबसे वास्तविक तरीके से दिखाती है.
- संतुलित एलईडी लाइटें (Balanced LED Lights): अगर प्राकृतिक रोशनी नहीं मिल पा रही, तो आप 'न्यूट्रल वाइट' या 'डेलाइट' जैसी एलईडी लाइटों का इस्तेमाल कर सकती हैं. ये लाइटें चेहरे के रंगों को ज़्यादा नहीं बदलतीं. ऐसे वैनिटी मिरर (vanity mirror) या रिंग लाइट (ring light) लें जिनमें ऐसी रोशनी हो और जिसे आपके चेहरे पर समान रूप से पड़ने के लिए एडजस्ट किया जा सके.
याद रखें, अच्छे मेकअप की शुरुआत सिर्फ प्रोडक्ट से नहीं, बल्कि सही रोशनी से होती है! अगली बार मेकअप करते समय अपनी लाइटिंग पर ध्यान ज़रूर दें, और देखें आपके लुक में कितना सुधार आता है.
--Advertisement--