Selection Committee : टीम चयन और कोच की भूमिका पर बीसीसीआई का नया नियम,शारथ का बाहर होना तय

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News India Live, Digital Desk: Selection Committee : भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बीसीसीआई) अपनी चयन समिति में बड़े बदलाव करने की तैयारी में है. हालिया रिपोर्टों के अनुसार, बीसीसीआई अजीत अगरकर के अनुबंध को जून 2026 तक बढ़ाने के लिए तैयार है, जो उनके पिछले कार्यकाल में भारतीय टीम की सफलताओं, जैसे टी20 विश्व कप 2024 और चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में जीत, और 2023 वनडे विश्व कप में उपविजेता रहने के बाद लिया गया एक निर्णय है.

वहीं, राष्ट्रीय चयन समिति से मौजूदा एक चयनकर्ता एस शरथ को उनके पद से हटाया जा सकता है. यह समझा जा रहा है कि शरद चार साल का अपना कार्यकाल पूरा कर रहे हैं और उनके स्थान पर एक नए चेहरे को शामिल किए जाने की संभावना है. बीसीसीआई वार्षिक आम बैठक के बाद वरिष्ठ चयन समिति में कुछ बदलाव देख सकता है, जिसमें एस एस दास और सुब्रतो बनर्जी की स्थिति स्पष्ट नहीं है कि क्या उन्हें बनाए रखा जाएगा या नहीं

इन संभावित बदलावों के पीछे का प्रमुख कारण बीसीसीआई द्वारा 'हितों का टकराव' रोकने के लिए अपनाया गया सख्त रुख है. नए अनुबंधों में एक खंड जोड़ा गया है जो चयनकर्ताओं को उनके अनुबंध के दौरान कोचिंग की भूमिका निभाने से प्रतिबंधित करता है. यह नियम यह सुनिश्चित करने के लिए लाया गया है कि चयनकर्ता अपनी मुख्य भूमिका पर पूरी तरह से ध्यान केंद्रित कर सकें और किसी भी तरह के हितों के टकराव से बच सकें. यह भी खबर है कि यह नया प्रावधान भारतीय क्रिकेट के पूर्व अध्यक्ष रोजर बिन्नी के कार्यकाल के दौरान अपनाई गई एक नई प्रणाली का हिस्सा है.

बोर्ड का यह मानना है कि चयनकर्ताओं के पास पूरी टीम पर ध्यान केंद्रित करने और सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं का चयन करने के लिए समर्पित समय होना चाहिए, न कि वे आईपीएल टीमों या अन्य कोचिंग भूमिकाओं में भी शामिल हों. ऐसा पहले एक बार हुआ था जब एक राष्ट्रीय चयनकर्ता एक आईपीएल टीम का कोच भी था, और यह इस नए नियम का प्रेरणा स्रोत माना जा रहा है.

इन नियमों के तहत यह स्पष्ट किया गया है कि राष्ट्रीय चयनकर्ता अपने कार्यकाल के बाद जूनियर टीमों को कोचिंग दे सकते हैं. शिब सुंदर दास, जो चयनकर्ता के रूप में अपनी सेवा के बाद भारत की अंडर-19 टीम को कोचिंग दे चुके हैं, इस संदर्भ में एक उदाहरण हैं.

बीसीसीआई इस बदलाव के माध्यम से चयन प्रक्रिया में अधिक व्यावसायिकता और ईमानदारी लाना चाहता है, जिससे भारतीय क्रिकेट की प्रणाली को मजबूत किया जा सके. इसके साथ ही, चयनकर्ताओं के वेतन में भी बढ़ोतरी की खबरें हैं ताकि इस महत्वपूर्ण पद पर बैठे लोगों को उनके योगदान के लिए उचित मानदेय मिल सके.

 

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