बैंक लोन लेते वक्त बैंक एजेंट आपसे छिपा लेते हैं ये बातें! जानिए हर जरूरी चीज़ – वरना पछताना पड़ सकता है

Post

Bank loan hidden charges : क्या आपको लगता है कि बैंक लोन लेने का मतलब सिर्फ ब्याज दर जानना, फॉर्म भरना और पैसे मिलना है? अगर आप ऐसा सोचते हैं तो ज़रा रुकिए! दरअसल, कई ऐसी बातें होती हैं जो अक्सर बैंक एजेंट आपको नहीं बताते। नतीजा? बाद में छिपे चार्जेस, भारी पेनाल्टी और फाइनेंसियल टेंशन का सामना करना पड़ता है। आइए जानते हैं वो 7 ज़रूरी बातें, जिन्हें जानना हर लोन लेने वाले के लिए अनिवार्य है—

1. प्रोसेसिंग फीस और डॉक्युमेंटेशन चार्जेज़

लगभग हर लोन पर 1% से 3% तक प्रोसेसिंग फीस लगती है, जो पहले ही आपके लोन अमाउंट में से काट ली जाती है।

डॉक्युमेंटेशन शुल्क (₹1000–₹2000) और स्टाम्प ड्यूटी भी लग सकती है।

कई बार एजेंट इसे “मिनोर” बताकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन इससे आपके हाथ में मिलने वाली रकम कम हो जाती है।

2. लेट पेमेंट/ईएमआई बाउंस पेनाल्टी

अगर किसी महीने ईएमआई समय पर नहीं जाती या आपका खाता खाली होता है, तो “लेट फीस” (2–4% प्रति माह) और “EMI बाउंस चार्ज” (₹500–₹1000 प्रति मामला) लग जाते हैं।

इससे न सिर्फ जुर्माना देना पड़ता है, बल्कि CIBIL स्कोर भी गिर जाता है और आगे लोन मिलना मुश्किल हो जाता है।

3. प्रीपेमेंट/फोरक्लोज़र पर चार्ज

अगर आप लोन जल्दी खत्म करना चाहते हैं तो बैंक अक्सर 2-5% तक प्रीपेमेंट या फोरक्लोज़र चार्ज वसूलता है।

ज्यादातर लोग सोचते हैं जल्दी भुगतान करने से पैसे बचेंगे, लेकिन चार्जेस की वजह से यह फायदा घट जाता है।

4. GST, सर्विस टैक्स और अन्य लेवी

बैंक के हर चार्ज पर आपको GST (18% अभी) अलग से देना पड़ता है। यह चार्ज मैनेजमेंट फीस, फोरक्लोज़र, प्रोसेसिंग, आदि पर भी लगता है – जो अक्सर overlook किया जाता है।

5. लोन कैंसिल करने या डॉक्युमेंट लौटाने का शुल्क

लोन अगर अप्रूव होने के बाद भी आप न लें, तो ‘लोन कैंसिलेशन चार्ज’ (₹1000–₹3000) या डॉक्युमेंट रिटर्न फीस लग सकती है।

6. सभी बातें ठीक से पढ़ें (Fine Print)

लोन अग्रीमेंट के हर पेज को ध्यान से पढ़ें। हर ‘टर्म’ को समझें, पेनाल्टी, चार्ज, रेटिंग सब कुछ वेरिफाई करें। डाउट है तो बैंक से क्लियर कराएँ।

7. लोन के अलावा खर्चें

सिर्फ ब्याज और ईएमआई न देखिए—आपको रजिस्ट्रेशन फीस, बीमा, रेजिस्ट्रेशन, डॉक्युमेंटेशन, एडमिन चार्जेज आदि भी देने होंगे। बड़े लोन (होम लोन, कार लोन) में ये खर्चे हजारों में होते हैं।

सबसे जरूरी: कभी भी किसी एजेंट या अनजान कॉलर को पहले पैसे न दें!

लोन दिलाने के नाम पर “प्रोसेसिंग” या “सरचार्ज” मांगने वाले फ्रॉड्स से सावधान रहें! वेरिफाइड बैंक ब्रांच या उनके ऑफिशियल पोर्टल से ही संपर्क करें।

आसान टिप्स – लोन लेते वक्त रखें ध्यान:

सारे चार्जेस और फीस पेपर पर लिखवा लें।

ईएमआई कैल्कुलेटर से हर महीने की किस्त पहले ही जान लें।

प्रीपेमेंट और बाउंस चार्जेस हमेशा पूछ लें।

कभी भी ज्यादा अमाउंट न लें, जितनी जरूरत है उतना ही लें।

--Advertisement--