अतीक तो चला गया, पर उसके करीबियों के साम्राज्य पर जारी है बुलडोजर का न्याय

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News India Live, Digital Desk: माफिया अतीक अहमद का दौर खत्म हो चुका है, लेकिन उसके काले साम्राज्य की जड़ों को खोदकर निकालने का काम अब भी जारी है। इसी कड़ी में, प्रयागराज जिला प्रशासन ने अतीक के करीबी रहे एक भू-माफिया पर अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है। इस कार्रवाई में भू-माफिया के कब्जे से लगभग 80 करोड़ रुपये की सरकारी जमीन को मुक्त कराया गया है।

यह एक्शन प्रयागराज के एयरपोर्ट थाना क्षेत्र के नसीरपुर सिलना इलाके में हुआ, जहां अतीक अहमद के करीबी माने जाने वाले माफिया ने करीब 38 बीघा सरकारी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा जमा रखा था। एसडीएम सदर अभिषेक कुमार सिंह के नेतृत्व में एक बड़ी टीम ने इस पूरे ऑपरेशन को अंजाम दिया।

कैसे हुआ 80 करोड़ की जमीन पर कब्जा?

जांच में सामने आया कि भू-माफियाओं ने सरकारी दस्तावेजों में हेरफेर कर इस बेशकीमती जमीन को अपने नाम करा लिया था। यह जमीन सरकारी रिकॉर्ड में 'ग्राम सभा' की थी, जिसे कुछ समय के लिए पट्टे पर दिया जाता है। लेकिन अमानउल्ला, इश्तियाक अहमद, एकबाल अहमद जैसे कई लोगों ने, जिनके तार अतीक अहमद से जुड़े बताए जा रहे हैं, इस पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया था।

जब प्रशासन ने इन लोगों से जमीन के मालिकाना हक से जुड़े सबूत मांगे, तो वे कोई भी ठोस दस्तावेज पेश नहीं कर पाए। इसके बाद प्रशासन ने फौरन कार्रवाई करते हुए जमीन से इन सभी लोगों के नाम हटा दिए और उसे दोबारा 'ग्राम सभा' के नाम पर दर्ज करा दिया।

अब इस जमीन का क्या होगा?

प्रशासन ने जमीन को मुक्त कराने के साथ ही राजस्व विभाग के अधिकारियों को यह सख्त हिदायत दी है कि इस पर दोबारा कोई कब्जा न होने पाए। योगी सरकार का साफ संदेश है कि माफियाओं द्वारा कब्जाई गई जमीनों को खाली कराकर उनका इस्तेमाल जनता के हित में किया जाएगा। पहले भी अती-क अहमद के कब्जे से मुक्त कराई गई जमीन पर गरीबों के लिए आवास बनाए गए हैं।

यह कार्रवाई उन सभी भू-माफियाओं के लिए एक बड़ी चेतावनी है जो यह सोचते थे कि अतीक के जाने के बाद वे फिर से अपने पुराने धंधे शुरू कर सकते हैं। प्रशासन का कहना है कि सरकारी जमीन पर कब्जा करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा और ऐसी कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।

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