Astrology : कृष्ण जन्माष्टमी दो हजार पच्चीस में कुछ खास राशियों को मिलेगा विशेष लाभ
- by Archana
- 2025-08-03 13:48:00
Newsindia live,Digital Desk: Astrology : भगवान श्रीकृष्ण, जिनके जन्मोत्सव के रूप में पूरे देश में जन्माष्टमी का त्यौहार बड़े उत्साह और भक्ति के साथ मनाया जाता है, हर जीव पर अपनी विशेष कृपा और आशीर्वाद बनाए रखते हैं। फिर भी, ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार कुछ विशेष राशियाँ ऐसी हैं जिन पर श्रीकृष्ण की कृपा दृष्टि विशेष रूप से बनी रहती है। यह राशियाँ कौन सी हैं और भगवान कृष्ण इन राशियों के लोगों पर इतनी कृपा क्यों बरसाते हैं, आइए जानें।
जन्माष्टमी दो हजार पच्चीस का पावन पर्व कुछ राशियों के जातकों के लिए अत्यंत शुभ रहने वाला है, क्योंकि इन राशियों का स्वभाव और विशेषताएँ भगवान श्रीकृष्ण के गुणों से मिलती जुलती हैं। आइए जानते हैं श्रीकृष्ण की चार प्रिय राशियाँ और उन पर विशेष कृपा के कारण:
वृषभ
वृषभ राशि भगवान कृष्ण की सबसे प्रिय राशियों में से एक मानी जाती है। इसका एक प्रमुख कारण यह है कि श्रीकृष्ण का जन्म वृषभ राशि में ही हुआ था, खासकर रोहिणी नक्षत्र में, जो वृषभ राशि के अंतर्गत आता है। इस राशि के जातक स्वभाव से शांत, सहनशील, कला प्रेमी और रचनात्मक होते हैं। इन गुणों के कारण वृषभ राशि वालों को भगवान श्रीकृष्ण का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है, जिससे उनके जीवन में सुख शांति और समृद्धि बनी रहती है।
कर्क
कर्क राशि पर भी भगवान कृष्ण की असीम कृपा बरसती है। इस राशि के जातक भावनात्मक, संवेदनशील और दूसरों की परवाह करने वाले होते हैं। उनका हृदय करुणा और प्रेम से भरा होता है, ठीक उसी प्रकार जैसे भगवान श्रीकृष्ण प्रेम और करुणा के प्रतीक हैं। कर्क राशि के लोग रिश्तों को निभाने में विश्वास रखते हैं और अपने परिवार के प्रति अत्यधिक समर्पित होते हैं। इन गुणों के कारण उन्हें भगवान कृष्ण की ओर से सदैव समर्थन और मार्गदर्शन प्राप्त होता है।
सिंह
सिंह राशि के लोग स्वभाव से मजबूत, साहसी और नेतृत्व क्षमता वाले होते हैं। वे अपने निर्णय स्वयं लेने में सक्षम होते हैं और किसी भी चुनौती का सामना करने से घबराते नहीं हैं। भगवान श्रीकृष्ण स्वयं एक शक्तिशाली नेता और योद्धा थे, जिन्होंने धर्म की स्थापना के लिए कई युद्ध लड़े। सिंह राशि वालों में नेतृत्व के ये गुण श्रीकृष्ण को प्रिय लगते हैं, और इसलिए वे इन जातकों को हर कार्य में सफलता प्रदान करते हैं।
तुला
तुला राशि संतुलन, न्याय और शांति की प्रतीक मानी जाती है। इस राशि के जातक न्यायप्रिय होते हैं और सभी के साथ समानता का व्यवहार करते हैं। वे समाज में संतुलन बनाए रखने का प्रयास करते हैं और शांतिपूर्ण समाधान पसंद करते हैं। भगवान श्रीकृष्ण ने भी सदैव धर्म की रक्षा और अधर्म का नाश करके विश्व में संतुलन स्थापित किया। यही कारण है कि तुला राशि पर भगवान कृष्ण की विशेष कृपा बनी रहती है, जिससे उनके जीवन में सौहार्द और खुशहाली आती है।
हालांकि यह सच है कि भगवान कृष्ण हर एक भक्त पर प्रेम और आशीर्वाद बनाए रखते हैं, चाहे वह किसी भी राशि का हो। निष्ठा और भक्ति ही सबसे महत्वपूर्ण है, परंतु इन राशियों पर उनकी विशेष कृपा दृष्टि इन जातकों के जीवन को और भी समृद्ध बनाती है।
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