Asia Cup 2025 : टीम इंडिया का वो सरप्राइज प्लान जिसने पाकिस्तान को धो डाला! एशिया कप की अनोखी जीत

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News India Live, Digital Desk: भारतीय क्रिकेट ने हाल ही में एशिया कप जीतकर एक बार फिर अपने हुनर और जज्बे का सबूत दिया है. यह सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं, बल्कि करोड़ों दिलों की धड़कन, उम्मीद और गौरव का प्रतीक है. मैदान से लेकर ड्रेसिंग रूम तक, जश्न का हर लम्हा यादगार बन गया, जिसे क्रिकेट प्रेमियों ने दिल खोलकर सराहा है.

मैच की बात करें, तो भारतीय टीम ने पाकिस्तान को हराकर अपना नौवां एशिया कप खिताब जीता है. इस शानदार जीत में सबसे खास पल वो था, जब युवा बल्लेबाज तिलक वर्मा ने मोर्चा संभाला. एक वक्त जब भारतीय टीम लड़खड़ा रही थी और 20 रन पर तीन विकेट गंवा चुकी थी, तब तिलक वर्मा ने धैर्य और आत्मविश्वास के साथ पारी को संभाला. उन्होंने 53 गेंदों पर नाबाद 69 रन बनाए और अपनी शानदार बल्लेबाजी से टीम इंडिया को जीत की दहलीज तक पहुंचाया. उनकी यह पारी मैच जिताऊ थी, जिसने रातों-रात उन्हें फैंस का हीरो बना दिया.उन्होंने इस जीत को पूरे भारत को समर्पित किया, जो वाकई दिल छू लेने वाला था

जश्न की बात करें तो इसमें अर्शदीप सिंह की शरारत और तेवर, दोनों ही देखने लायक थे. पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हारिस रऊफ ने कुछ मैचों के दौरान विपक्षी टीम को चिढ़ाने के लिए "फाइटर जेट" जैसे इशारे किए थे.भारतीय जीत के बाद, अर्शदीप सिंह ने न सिर्फ पाकिस्तान के स्पिनर अबरार अहमद के जश्न की नकल उतारी, बल्कि हारिस रऊफ को अपने अंदाज में जवाब भी दिया उन्होंने अपने हाथों से 'हवाई जहाज' बनाकर उसे गिराने का एक मजाकिया इशारा किया, जिसे फैंस ने खूब पसंद किया. यह मैदान पर तकरार का एक दोस्ताना, लेकिन करारा जवाब था.

हालांकि, एशिया कप के इस ऐतिहासिक जीत के बाद एक और बात खूब चर्चा में रही, वो थी ट्रॉफी को लेकर हुई थोड़ी मायूसी. रिपोर्ट के मुताबिक, एशिया क्रिकेट काउंसिल के अध्यक्ष मोहसिन नकवी विजेता ट्रॉफी के साथ मंच पर नहीं आए और टीम इंडिया को असली ट्रॉफी के बिना ही जश्न मनाना पड़ालेकिन भारतीय खिलाड़ियों ने इसका भी अनोखा समाधान ढूंढ निकाला. कप्तान सूर्यकुमार यादव और उप-कप्तान हार्दिक पांड्या ने अपने पोस्ट में वर्चुअल या नकली ट्रॉफी के साथ तस्वीरें साझा कीं. उन्होंने बिना ट्रॉफी के ही ऐसा शानदार जश्न मनाया कि सबने देखा, असली चैंपियन कौन है! इस वाकये ने टीम के हौसले और आपसी एकजुटता को और मजबूत किया.

यह एशिया कप सिर्फ एक जीत नहीं, बल्कि एक ऐसे टीम वर्क का सबूत था, जिसमें हर खिलाड़ी ने अपना 100% दिया और विपरीत परिस्थितियों में भी हार नहीं मानी. यह भारतीय क्रिकेट के लिए वाकई एक गौरवशाली और यादगार लम्हा बन गया है.

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