Rajasthan : सोनम वांगचुक जोधपुर जेल में, अशोक गहलोत ने पूछा- लद्दाख के हीरो के साथ ये कैसा सलूक?
News India Live, Digital Desk: लद्दाख को बचाने की मुहिम चलाने वाले प्रसिद्ध इनोवेटर और इंजीनियर सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी ने अब राजनीतिक रंग ले लिया है। उन्हें जोधपुर की जेल में रखे जाने पर राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सवाल खड़े किए हैं। गहलोत ने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर इसे तानाशाही बताया और पूछा कि आखिर लद्दाख के एक हीरो के साथ ऐसा व्यवहार क्यों किया जा रहा है?
क्या कहा अशोक गहलोत ने?
अशोक गहलोत ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट 'X' पर लिखा, "लद्दाख के संरक्षण के लिए शांतिपूर्वक आंदोलन करने वाले प्रसिद्ध इनोवेटर और शिक्षाविद सोनम वांगचुक जी को जोधपुर की जेल में बंद करना हैरान करने वाला है। भाजपा सरकार का यह तानाशाही भरा कदम निंदनीय है।" उन्होंने आगे कहा कि जो व्यक्ति लद्दाख के पर्यावरण और लोगों के अधिकारों के लिए लड़ रहा है, उसे ऐसे जेल में डालना कहां का न्याय है? गहलोत ने सवाल उठाया कि क्या शांति से अपनी बात रखना भी अब इस देश में अपराध हो गया है?
क्यों गिरफ्तार हुए सोनम वांगचुक?
सोनम वांगचुक पिछले काफी समय से लद्दाख को संविधान की छठी अनुसूची में शामिल करने और वहां के नाजुक पर्यावरण को बचाने के लिए आंदोलन कर रहे हैं। उन्होंने 'पश्मीना मार्च' का ऐलान किया था, जिसका मकसद यह दिखाना था कि कैसे उद्योगपतियों की वजह से लद्दाख के चरवाहों की जमीनें छिन रही हैं।
हालांकि, प्रशासन ने इस मार्च की इजाजत नहीं दी और कानून व्यवस्था बिगड़ने का हवाला देते हुए सोनम वांगचुक समेत कई लोगों को गिरफ्तार कर लिया। प्रशासन का कहना है कि यह मार्च शांति भंग कर सकता था।
जोधपुर जेल क्यों लाया गया?
यह बात अभी तक साफ नहीं हो पाई है कि लद्दाख में गिरफ्तार किए गए सोनम वांगचुक को हजारों किलोमीटर दूर जोधपुर की जेल में क्यों रखा गया है। अशोक गहलोत ने भी अपने पोस्ट में इस बात पर हैरानी जताई है। इस कदम ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं और इसे आंदोलन को दबाने की एक कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है।
सोनम वांगचुक, जिन्हें फिल्म '3 इडियट्स' के किरदार 'फुंसुक वांगड़ू' की प्रेरणा माना जाता है, आज अपने ही हक की लड़ाई लड़ने के लिए जेल में हैं। उनकी गिरफ्तारी ने एक बार फिर सरकार और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के बीच एक नई बहस छेड़ दी है।
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