7,500 करोड़ का एक और तोहफा, यूपी में बन रहा है सड़कों का ऐसा जाल जो आपने कभी नहीं देखा होगा

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उत्तर प्रदेश में सड़कों का जाल और भी मजबूत और शानदार होने जा रहा है। योगी कैबिनेट ने एक और नए लिंक एक्सप्रेसवे को हरी झंडी दे दी है, जिसका नाम है फर्रुखाबाद लिंक एक्सप्रेसवे। करीब 91 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे के बनने से न सिर्फ सफर तेज होगा, बल्कि कई जिलों के विकास को भी नई रफ्तार मिलेगी। इस बड़े प्रोजेक्ट पर सरकार लगभग 7,489 करोड़ रुपये खर्च करेगी।

कहां से कहां तक जाएगा यह एक्सप्रेसवे?

यह 6 लेन का शानदार एक्सप्रेसवे इटावा के पास कुदरैल गांव से शुरू होगा, जहां आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे मिलते हैं। वहां से यह फर्रुखाबाद होते हुए हरदोई के सवाइजपुर में गंगा एक्सप्रेसवे से जाकर जुड़ जाएगा। यानी यह एक्सप्रेसवे यूपी के तीन सबसे बड़े एक्सप्रेसवे- आगरा-लखनऊ, बुंदेलखंड और गंगा एक्सप्रेसवे को आपस में कनेक्ट करेगा। इसे भविष्य में जरूरत पड़ने पर 8 लेन का भी किया जा सकेगा।

आम आदमी को क्या-क्या फायदे होंगे?

  • आसान होगा सफर: मेरठ या प्रयागराज की तरफ से आने वाले लोगों के लिए आगरा और राजस्थान जाना बहुत आसान हो जाएगा।
  • धार्मिक यात्रा होगी सुगम: फर्रुखाबाद में मौजूद बाबा नीम करौरी धाम और दुनिया भर में मशहूर बौद्ध तीर्थ स्थल संकिसा पहुंचना अब श्रद्धालुओं के लिए बेहद आसान हो जाएगा।
  • विकास की नई रफ्तार: इस एक्सप्रेसवे से इटावा, कन्नौज, मैनपुरी, फर्रुखाबाद और शाहजहांपुर जैसे जिलों को सबसे ज्यादा फायदा होगा। फर्रुखाबाद अपने जरदोजी के काम के लिए प्रसिद्ध है, और इस एक्सप्रेसवे के बनने से यहां के व्यापार को भी नई गति मिलेगी।

किसानों की जमीन और निर्माण का प्लान

इस एक्सप्रेसवे के लिए उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) जमीन अधिग्रहण का काम करेगा। जलालाबाद तहसील के तीन गांवों में 1000 से ज्यादा किसानों की करीब 125 हेक्टेयर जमीन ली जाएगी, जिसके लिए सरकार ने 1,100 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं। आपको बता दें कि इस लिंक एक्सप्रेसवे की मांग खुद फर्रुखाबाद के लोगों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की थी।

प्रोजेक्ट की कुछ खास बातें:

  • एक्सप्रेसवे के किनारे गांवों के लोगों के लिए सर्विस लेन भी बनाई जाएगी।
  • इस पर 4 बड़े पुल, 25 छोटे पुल, 2 रेलवे ओवर ब्रिज, 1 फ्लाईओवर और 65 अंडरपास बनाए जाएंगे ताकि ट्रैफिक बिना रुके चल सके।
  • इसका निर्माण दो हिस्सों (पैकेज) में किया जाएगा और इसे इतना मजबूत बनाया जाएगा कि भारी से भारी वाहन भी आसानी से इस पर चल सकें।

कहां-कहां से एक्सप्रेसवे पर चढ़-उतर सकेंगे?

गाड़ियों के चढ़ने और उतरने के लिए कई जगहों पर इंटरचेंज बनाए जाएंगे। ये इंटरचेंज इटावा में कुदरैल, मैनपुरी में सराय मांडू (जीटी रोड), फर्रुखाबाद में कान्हेपुर, दासपुर, बाबरपुर और गाजीपुर में बनाए जाएंगे। वहीं, हरदोई में तिमिरपुर के पास इसे गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा।

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