Agra: चंबल नदी का जलस्तर घटा, लेकिन गांवों पर बाढ़ का खतरा अब भी कायम
- by Archana
- 2025-08-02 14:19:00
News India Live, Digital Desk: लगातार बारिश और बांधों से पानी छोड़े जाने के कारण पिछले दिनों आगरा में चंबल नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया था, जिससे कई निचले इलाकों और गांवों में बाढ़ जैसे हालात बन गए थे। शुक्रवार को स्थिति में कुछ सुधार हुआ और जलस्तर कम होना शुरू हुआ, लेकिन नदी अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जिससे तटवर्ती गांवों के लिए खतरा अभी टला नहीं है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, गुरुवार रात तक चंबल नदी का जलस्तर 134 मीटर को पार कर गया था, जो खतरे के निशान (130 मीटर) से करीब 4 मीटर अधिक था। इस बढ़ोतरी के कारण बाह और पिनाहट क्षेत्रों के लगभग 38 गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया था। उमरैठा पुरा जैसे कई गांवों के घरों में पानी भर जाने से ग्रामीणों को अपने मवेशियों के साथ ऊंचे टीलों पर शरण लेनी पड़ी। कई गांवों का तहसील मुख्यालय से संपर्क भी पूरी तरह टूट गया था।
शुक्रवार को स्थिति में थोड़ी राहत मिली जब जलस्तर घटकर 133.70 मीटर के आसपास आ गया। इसके बावजूद, नदी अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जिससे गांवों के लिए खतरा बना हुआ है। बाढ़ के पानी के कारण करीब 2 हजार बीघा से अधिक फसलें पूरी तरह बर्बाद हो चुकी हैं। प्रशासनिक टीमों द्वारा बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है और स्वास्थ्य विभाग संक्रमण से बचाव के लिए दवाएं वितरित कर रहा है। बिजली आपूर्ति कई गांवों में अभी भी बंद है।
जहां से पानी उतर रहा है, वहां दलदल और दुर्गंध के कारण संक्रमण फैलने का डर बढ़ गया है। स्वास्थ्य विभाग ने बीमारियों से बचाव के लिए दवाओं का छिड़काव शुरू कर दिया है। अधिकारियों का कहना है कि जलस्तर लगातार घट रहा है और उम्मीद है कि जल्द ही स्थिति सामान्य हो जाएगी, लेकिन ग्रामीणों की चिंताएं अभी भी बनी हुई हैं।
--Advertisement--
Tags:
Share:
--Advertisement--