Bihar Politics : गांव-गांव घूमने के बाद अब पटना में शक्ति प्रदर्शन की तैयारी, बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस का बड़ा दांव
News India Live, Digital Desk: बिहार की गलियों और गांवों की धूल फांकने के बाद, कांग्रेस पार्टी अब अपनी ताकत दिखाने के लिए एक बड़े मंच की तैयारी कर रही है। हाल ही में सफलतापूर्वक पूरी हुई 'वोटर अधिकार यात्रा' से उत्साहित होकर, पार्टी अब राज्य की राजधानी पटना में एक विशाल रैली का आयोजन करने की योजना बना रही है, जिसे चुनाव से पहले पार्टी का शक्ति प्रदर्शन माना जा रहा है।
पिछले कुछ समय से बिहार में सुस्त पड़ी कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह के नेतृत्व में पूरे राज्य का दौरा किया। 'वोटर अधिकार यात्रा' के जरिए पार्टी के नेता बिहार के सभी 38 जिलों में पहुंचे और आम लोगों से सीधा संवाद किया। अब पार्टी का मानना है कि जमीनी स्तर पर बनाई गई इस पकड़ को एक बड़े मंच पर दिखाने का सही समय आ गया है।
गांधी मैदान में होगी हुंकार रैली
सूत्रों के मुताबिक, इस महारैली का आयोजन पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में करने की तैयारी है। यह वही मैदान है जो बिहार की राजनीति के बड़े बदलावों का गवाह रहा है। इस रैली के जरिए कांग्रेस न सिर्फ अपने कार्यकर्ताओं में नया जोश भरना चाहती है, बल्कि विपक्ष और अपने सहयोगी दलों को भी यह संदेश देना चाहती है कि बिहार में उसे हल्के में नहीं लिया जा सकता।
पार्टी का मानना है कि 'वोटर अधिकार यात्रा' के दौरान उन्हें लोगों का अच्छा समर्थन मिला है और अब उन सभी समर्थकों को एक साथ एक मंच पर लाने की जरूरत है, ताकि चुनावी माहौल तैयार किया जा सके।
दिल्ली से आएंगे बड़े नेता
इस रैली को सफल बनाने के लिए पार्टी कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। बताया जा रहा है कि इसमें शामिल होने के लिए राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे समेत कई बड़े राष्ट्रीय नेताओं को न्योता भेजा जाएगा। बड़े नेताओं की मौजूदगी से पार्टी बिहार में अपने पक्ष में एक मजबूत लहर बनाने की कोशिश करेगी। यह रैली आगामी विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के चुनावी अभियान का शंखनाद भी हो सकती है।
अब देखना यह है कि कांग्रेस की यह रणनीति कितनी सफल होती है और क्या वह इस रैली के जरिए बिहार के सियासी समीकरण में कोई बड़ा उलटफेर कर पाती है या नहीं।
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