पहलगाम हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में 21 आतंकियों का सफाया: 6 बड़ी मुठभेड़ों की पूरी कहानी
क्या आप जानते हैं, पहलगाम पर 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों ने अब तक 6 अलग-अलग मुठभेड़ों में 21 आतंकवादियों को मार गिराया है? यह ऑपरेशन भारतीय सेना, सीआरपीएफ, बीएसएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के साझा प्रयासों से संभव हुआ, जिसमें 12 पाकिस्तानी और 9 स्थानीय आतंकी मारे गए।
1. शोपियां के केलर जंगल की मुठभेड़
सुरक्षाबलों ने लश्कर के तीन कुख्यात आतंकियों — शाहिद कुट्टे, अदनान शफी डार और आमिर बशीर — को खत्म कर दिया।
2. ऑपरेशन अकला, कुलगाम
श्रीनगर से करीब 70 किमी दूर कुलगाम में सुरक्षाबलों ने लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकियों को मार गिराया। इनमें जाकिर अहमद गनी (कुलगाम), आदिल रहमान डेंटू (सोपोर) और हरीश डार (पुलवामा) शामिल थे। ये आतंकी स्थानीय भर्ती और घुसपैठियों को सपोर्ट देने के लिए फिर से सक्रिय किए गए थे।
3. सांबा जिले की बड़ी कार्रवाई
सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने जैश-ए-मोहम्मद के 7 पाकिस्तानी आतंकियों को मार गिराया। यह हाल के समय में जैश नेटवर्क के लिए सबसे बड़ा झटका रहा। फोरेंसिक और बायोमेट्रिक जांच से इनकी पुष्टि की गई, लेकिन नाम सार्वजनिक नहीं हुए।
4. त्राल जंगल क्षेत्र का ऑपरेशन
त्राल के ही रहने वाले जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकियों — आसिफ अहमद शेख, आमिर नजीर वानी और यावर अहमद भट्ट — को सुरक्षाबलों ने मार गिराया।
5. ऑपरेशन महादेव, मुलनार गांव
जम्मू-कश्मीर के मुलनार में लश्कर के तीन पाकिस्तानी आतंकवादी — सुलैमान, अफगान और जिबरान — मारे गए। गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में पुष्टि की कि ये वही आतंकी थे जिन्होंने पहलगाम नरसंहार को अंजाम दिया था।
6. पुंछ क्षेत्र में ऑपरेशन शिवशक्ति
पुंछ में हुई मुठभेड़ में लश्कर के दो पाकिस्तानी आतंकी मारे गए। इनके नाम जगजाहिर नहीं हुए, लेकिन अधिकारीयों ने पुष्टि की कि ये हाल ही में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर से घुसे थे।
क्यों बढ़ी सख्ती और मुठभेड़ों की संख्या?
पहलगाम हमलेने घाटी की सुरक्षा रणनीति बदल डाली
बॉर्डर पर घुसपैठ रोकना बना टॉप प्रायोरिटी
सुरक्षाबलों का मॉर्डन टेक्नोलॉजी और इंटेलिजेंस पर फोकस
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