अयोध्या के बाद अब पटना की बारी जानिए कहाँ बनने जा रहा है दक्षिण भारत जैसा विशाल मंदिर
News India Live, Digital Desk : हम भारतीयों की आस्था कमाल की है। दक्षिण भारत के तिरुमाला में बैठे भगवान वेंकटेश्वर (तिरुपति बालाजी) के दर्शन के लिए हम महीनों पहले ट्रेन की टिकट बुक करते हैं, लम्बा सफ़र करते हैं और घंटों लाइन में लगते हैं। लेकिन जरा सोचिए, अगर वो पावन धाम आपके अपने शहर पटना में ही आ जाए तो?
जी हाँ, यह सपना अब सच होने वाला है। बिहार की राजनीति और आस्था के गलियारों से एक ऐसी खबर आई है, जिसने सबका दिल जीत लिया है। नीतीश कुमार सरकार ने पटना में तिरुपति बालाजी मंदिर बनाने का रास्ता बिल्कुल साफ़ कर दिया है, वो भी एक ऐतिहासिक फैसले के साथ।
सिर्फ 1 रुपये में दे दी 10 एकड़ जमीन!
अक्सर हम सुनते हैं कि जमीन की कीमतें आसमान छू रही हैं, लेकिन धर्म के काम के लिए सरकार ने अपना खजाना और दिल दोनों खोल दिया है। खबर यह है कि पटना में मंदिर बनाने के लिए राज्य सरकार ने 10 एकड़ जमीन दी है। और कीमत? जानकर हैरानी होगी महज 1 रुपया (सलामती/लीज के तौर पर)।
यह जमीन 30 या 40 साल के लिए नहीं, बल्कि पूरे 99 साल की लीज पर दी गई है। मतलब साफ है कि अब यहां एक भव्य और विशाल मंदिर बनने से कोई नहीं रोक सकता।
कहाँ बनेगा यह दिव्य धाम?
लोगों के मन में सबसे पहला सवाल यही है कि पटना में यह मंदिर होगा कहाँ? जानकारी के मुताबिक, यह जमीन बिहटा-सरमेरा रोड (डुमरी मौजा) के पास दी गई है। शहर की भीड़-भाड़ से थोड़ा अलग, ताकि भक्त शांति से प्रभु का ध्यान कर सकें। यह जगह आने वाले समय में एक बड़े धार्मिक टूरिस्ट स्पॉट के रूप में विकसित होगी।
बुजुर्गों को मिलेगी बड़ी राहत
इस फैसले का सबसे बड़ा फायदा हमारे घर के बुजुर्गों को होगा। ढलती उम्र में दक्षिण भारत तक का लम्बा सफ़र करना हर किसी के बस की बात नहीं होती। अब बिहार, झारखंड और आसपास के राज्यों के लोग आसानी से अपनी मुरादें लेकर 'बालाजी' के दरबार में जा सकेंगे।
कहा जाता है कि जहां धर्म का काम होता है, वहां विकास अपने आप चला आता है। पटना में इस मंदिर के बनने से न सिर्फ आस्था मजबूत होगी, बल्कि आसपास रोजगार और पर्यटन भी बढ़ेगा। तो तैयार हो जाइए, जल्द ही पटना की हवाओं में भी "गोविंदा गोविंदा" के जयकारे गूंजने वाले हैं।
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