Special session of Punjab Vidhan Sabha: किसान, गैंगस्टर और ड्रग्स - मान सरकार ने विरोधियों को घेरा
News India Live, Digital Desk: पंजाब विधानसभा का विशेष सत्र भारी गहमा-गहमी के बीच संपन्न हुआ, जहाँ एक ओर आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार ने कृषि बिलों, गैंगस्टरवाद, ड्रग्स और विपक्षी दलों द्वारा अपनी सरकार गिराने की कथित 'साजिश' जैसे मुद्दों पर अपनी बात रखी, वहीं विपक्ष ने सरकार पर कई मोर्चों पर हमला बोला।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सत्र के दौरान केंद्रीय एजेंसियों के कथित दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ विरोधी पार्टियां उन्हें और उनकी सरकार को रोकने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने भाजपा और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार के आने के बाद से वे घबरा गए हैं। मान ने आरोप लगाया कि पंजाब सरकार को गिराने के लिए 'ऑपरेशन लोटस' जैसे प्रयास किए जा रहे हैं, जिसमें विधायकों को पाला बदलने के लिए कथित रूप से करोड़ों रुपये की पेशकश की जा रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि ऐसी साजिशों के बावजूद उनकी सरकार जनहित में काम करना जारी रखेगी और एक 'नया पंजाब' बनाएगी।
इस दौरान पंजाब में गैंगस्टरवाद और ड्रग्स की बढ़ती समस्या पर भी गरमागरम बहस हुई। मुख्यमंत्री ने इन दोनों समस्याओं पर लगाम लगाने के लिए अपनी सरकार के दृढ़ संकल्प को दोहराया और इन चुनौतियों से निपटने के लिए उठाए गए कदमों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार युवाओं को इन बुराइयों से बाहर निकालने और उन्हें बेहतर भविष्य देने के लिए प्रतिबद्ध है।
पूर्व कृषि बिलों पर बोलते हुए, मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला और कहा कि उन कानूनों का उद्देश्य किसानों को 'खत्म' करना था। उन्होंने जोर दिया कि आम आदमी पार्टी हमेशा किसानों के साथ खड़ी रही है और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों ने राज्य सरकार पर कुप्रबंधन, बिगड़ती कानून-व्यवस्था और वादों को पूरा न करने का आरोप लगाते हुए घेरने की कोशिश की। विपक्ष ने विश्वास मत के प्रस्ताव पर भी सवाल उठाए और इसे "सरकारी ड्रामा" करार दिया।
कुल मिलाकर, पंजाब विधानसभा का यह विशेष सत्र आरोप-प्रत्यारोप, तीखी बहस और सरकार व विपक्ष के बीच स्पष्ट विभाजन का गवाह बना, जो आगामी चुनावों के लिए एक बड़ी राजनीतिक बिसात तैयार कर रहा है।
--Advertisement--