Inside story of Plane crash: अहमदाबाद में एयर इंडिया विमान कैसे क्रैश हुआ, जांच रिपोर्ट से खुलासा
News India Live, Digital Desk: Inside story of plane crash: करीब 23 साल पहले, जुलाई 2000 में अहमदाबाद में हुई एक भयावह एयर इंडिया विमान दुर्घटना को लेकर अब एक चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है। एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) की जांच रिपोर्ट ने विमान के अंतिम पलों में पायलटों के बीच हुई बातचीत का विवरण दिया है, जो इस त्रासदी की गुत्थी को सुलझाने में महत्वपूर्ण साबित हो सकती है। रिपोर्ट के अनुसार, दुर्घटना से ठीक पहले कैप्टन और को-पायलट के बीच एक गहन संवाद हुआ था, जिसमें कैप्टन जे. सी. ढिल्लन का यह कहते हुए सुनाई देना कि "मैंने फ्यूल कट नहीं किया!" वाकई दिल दहला देने वाला है।
यह दुर्घटना कलकत्ता (अब कोलकाता) से अहमदाबाद जा रहे एयर इंडिया के विमान (बोइंग 737) के साथ हुई थी, जिसने भुवनेश्वर और मुंबई में स्टॉप लिए थे। लैंडिंग से कुछ ही समय पहले विमान अचानक नियंत्रण खो बैठा और दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस दुखद हादसे में विमान में सवार 51 यात्रियों और 7 क्रू सदस्यों समेत कुल 58 लोगों की मौत हो गई थी, वहीं ज़मीन पर भी 2 लोगों ने अपनी जान गंवा दी थी। AAIB की रिपोर्ट ने यह स्पष्ट किया है कि विमान के क्रैश होने का मुख्य कारण फ्यूल के सप्लाई का कट-ऑफ होना था, जिसके चलते दोनों इंजनों ने काम करना बंद कर दिया था।
जांच में सामने आई जानकारी बताती है कि जब को-पायलट ए. एस. सोनी ने अचानक इंजन की आवाज़ धीमी होते महसूस की और सवाल किया कि "क्या हो रहा है?", तो कैप्टन ढिल्लन ने तत्काल प्रतिक्रिया देते हुए अपनी बात दोहराई, "मैंने फ्यूल कट नहीं किया!"। उनकी इस प्रतिक्रिया से ऐसा प्रतीत होता है कि इंजन में ईंधन की आपूर्ति बंद होना उनकी जानकारी के बिना या किसी और वजह से हुआ था। रिपोर्ट यह निष्कर्ष निकालती है कि शायद विमान के अंतिम अप्रोच के दौरान पायलटों को स्थान और दिशा का भ्रम (Spatial Disorientation) हो गया था। माना जा रहा है कि संभवतः अनजाने में पायलट ने फ़्यूल कट-ऑफ लिवर को खींच दिया था, जिससे विमान ने शक्ति खो दी और वह तेज़ी से ज़मीन से जा टकराया। यह त्रासदी हवाई यात्रा की सुरक्षा में मानव कारकों के महत्व को एक बार फिर रेखांकित करती है।
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