जनवरी 2026 से बदल जाएगी आपकी दुनिया, जानिए कितनी बढ़कर आएगी आपकी सैलरी।

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लाखों केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए एक बहुत बड़ी खुशखबरी आने वाली है। सरकारी दफ्तरों में 8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) को लेकर हलचल तेज हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल 16 जनवरी को इसके गठन का ऐलान किया था, और अब माना जा रहा है कि इसे लेकर आधिकारिक घोषणा किसी भी वक्त हो सकती है।

रिपोर्ट्स की मानें तो यह नया वेतन आयोग कर्मचारियों की न्यूनतम बेसिक सैलरी को लगभग दोगुना कर सकता है, जिससे उनकी महीने की कमाई में जबरदस्त बढ़ोतरी होगी। आइए जानते हैं कि यह कब से लागू होगा और आपकी सैलरी पर इसका क्या असर पड़ेगा।

कब से मिलेगा 8वें वेतन आयोग का फायदा?

नियम के मुताबिक, देश में हर 10 साल पर एक नया वेतन आयोग बनाया जाता है। पिछला यानी 7वां वेतन आयोग जनवरी 2016 में लागू हुआ था। इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए, 8वें वेतन आयोग की सिफारिशें 1 जनवरी, 2026 से लागू होंगी।

इसका सबसे अच्छा फायदा यह है कि भले ही आयोग की रिपोर्ट को लागू करने में सरकार को 2027 या 2028 तक का समय लग जाए, लेकिन कर्मचारियों को बढ़ा हुआ वेतन 1 जनवरी 2026 से ही जोड़कर दिया जाएगा। इस बीच के समय का पूरा बकाया पैसा (एरियर) कर्मचारियों को एक साथ मिलेगा।

कितनी बढ़ जाएगी आपकी सैलरी?

वेतन आयोग में सैलरी बढ़ाने का सबसे बड़ा आधार फिटमेंट फैक्टर होता है। यह एक तरह का गुणांक है, जिससे आपकी मौजूदा बेसिक सैलरी को गुणा करके नई बेसिक सैलरी तय की जाती है।

  • 7वें वेतन आयोग में: फिटमेंट फैक्टर 2.57 था। इससे न्यूनतम बेसिक सैलरी ₹7,000 से सीधे ₹18,000 हो गई थी।
  • 8वें वेतन आयोग में (अनुमानित): मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस बार फिटमेंट फैक्टर 1.96 के आसपास हो सकता है।

अगर यह अनुमान सही साबित होता है, तो न्यूनतम बेसिक सैलरी में लगभग दोगुनी बढ़ोतरी होगी।
उदाहरण के लिए:
अगर किसी कर्मचारी की न्यूनतम बेसिक सैलरी आज ₹18,000 है, तो 8वें वेतन आयोग के बाद यह बढ़कर ₹35,280 (₹18,000 x 1.96) हो जाएगी।

सैलरी के साथ-साथ भत्तों पर भी होगा असर

बेसिक सैलरी बढ़ने का सीधा फायदा महंगाई भत्ते (DA) और मकान किराया भत्ता (HRA) पर भी पड़ता है, क्योंकि इनकी गणना बेसिक सैलरी के आधार पर ही होती है। जब नया वेतन आयोग लागू होता है, तो उस समय तक के DA को बेसिक सैलरी में ही मिला दिया जाता है और उसे शून्य कर दिया जाता है। फिर नई, बढ़ी हुई बेसिक सैलरी पर DA की गिनती दोबारा से शुरू होती है, जिससे हाथ में आने वाली सैलरी काफी बढ़ जाती है।

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