Yellow Alert : उत्तराखंड में मानसून का कहर जारी,चार जिलों में येलो अलर्ट, नदियाँ उफनाईं, पहाड़ दरके

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News India Live, Digital Desk: Yellow Alert : उत्तराखंड में मानसून ने पूरी तरह दस्तक दे दी है और राज्य में लगातार भारी बारिश का सिलसिला जारी है। कई जगहों पर जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है और लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने राज्य के चार महत्वपूर्ण जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जिससे प्रशासन और निवासियों दोनों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

विशेष रूप से पिथौरागढ़, चंपावत, नैनीताल और बागेश्वर जिलों में अत्यधिक भारी बारिश की संभावना व्यक्त की गई है, जहाँ नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। लगातर बरसते पानी के कारण जगह-जगह भूस्खलन और चट्टानें गिरने की घटनाएँ सामने आ रही हैं, जिससे कई प्रमुख मार्ग बाधित हो गए हैं। यात्रा करना इस समय बेहद जोखिम भरा हो गया है।

ताजा जानकारी के अनुसार, चंपावत में लगातार भारी बारिश के कारण बनबसा-चंपावत राष्ट्रीय राजमार्ग को कई जगहों पर भूस्खलन और मलबा आने की वजह से बंद करना पड़ा है। इसी तरह, टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी जगह-जगह सड़क अवरुद्ध है। केवल चंपावत ही नहीं, बल्कि अल्मोड़ा और उधमसिंह नगर में भी नदियाँ उफान पर हैं और पुलों पर पानी जमा होने की खबरें हैं, जिससे आवागमन मुश्किल हो गया है।

उत्तराखंड की जीवनरेखा कहे जाने वाले चारधाम यात्रा मार्ग भी इस बारिश से प्रभावित हुए हैं। ऋषिकेश में गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-7) सहित अन्य महत्वपूर्ण मार्ग भी विभिन्न स्थानों पर अवरुद्ध हैं। सड़कों के बंद होने से हजारों तीर्थयात्री और पर्यटक जगह-जगह फँसे हुए हैं, और कई गाँवों का संपर्क तो शेष दुनिया से पूरी तरह कट गया है, जहाँ लोग फंसे हुए हैं और मूलभूत सुविधाओं की किल्लत होने लगी है। मौसम विभाग ने आगामी कुछ दिनों तक भी भारी बारिश की संभावना जताई है, जिससे यह चुनौती और भी विकट हो सकती है। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी लोगों से सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है।

 

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