महिलाएं लगातार थकान और Low Energy क्यों महसूस करती हैं? – कारण, समाधान और जरूरी चेतावनी
कभी-कभी लगता है कि शरीर में जान ही नहीं है? क्या आप दिनभर थका हुआ, कमजोर और बिना किसी भारी काम के भी “उर्जा की कमी” महसूस करती हैं? यदि हाँ, तो यह सिर्फ नींद या ज्यादा काम का नतीजा नहीं है — बल्कि यह स्वास्थ्य से जुड़ी कई गहरे कारणों का संकेत हो सकता है।
महिलाओं में थकान के सबसे आम कारण
1. लौह तत्व (आयरन) की कमी – एनीमिया
भारत की 15-49 साल की 57% महिलाएं एनीमिया से पीड़ित हैं। आयरन की कमी से शरीर में हीमोग्लोबिन घटता है, जिससे ऑक्सीजन की डिलीवरी कम हो जाती है और लगातार थकान, कमजोरी और सांस फूलना जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं। माहवारी और गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को आयरन ज्यादा चाहिए। हरी साग-सब्ज़ी, दालें, और विटामिन-सी के साथ आयरनयुक्त खाना फायदेमंद है।
2. विटामिन B12 की कमी
B12 लाल रक्त कोशिकाओं और नर्व फंक्शन का मुख्य पोषक तत्व है। खासकर शाकाहारी महिलाओं और बुजुर्गों में इसकी कमी ज्यादा होती है, जिससे थकावट, सुस्ती, कमजोरी, यहां तक कि याददाश्त या नर्व की समस्या भी हो सकती हैं। अंडे, डेयरी, फोर्टिफाइड अनाज और B12 सप्लीमेंट मदद कर सकते हैं।
3. विटामिन D की कमी
सूरज की पर्याप्त रोशनी न मिलने, जीवनशैली बदलने, गहरे रंग की त्वचा, और घर के अंदर समय बिताने से विटामिन D में कमी आ जाती है। विटामिन D की कमी से मांसपेशियों में कमजोरी, बोन पेन, और थकान होती है। धूप में रोजाना 15-20 मिनट, फोर्टिफाइड दूध, फिश, या सप्लीमेंट का सेवन फायदेमंद है।
4. थायरॉयड की समस्या
अंडरएक्टिव (हाइपोथायरॉयड) या ओवरएक्टिव थायरॉयड से मेटाबोलिज्म धीमा हो जाता है, जिससे हर समय थकान, वजन बढ़ना/घटना, मूड स्विंग्स, बाल झड़ना आदि समस्या हो सकती हैं। इसका इलाज डॉक्टर की सलाह के अनुसार करना जरूरी है।
5. क्रॉनिक स्ट्रेस और नींद की खराब गुणवत्ता
वर्क प्रेशर, घरेलू जिम्मेदारी, या भावनात्मक तनाव की वजह से नींद सही नहीं मिलती, जिससे लगातार थकावट और Burnout हो सकता है। अच्छी गुणवत्ता की नींद, मेडिटेशन, और समय-समय पर रूटीन चेकअप जरूरी है।
6. जीवनशैली और खानपान में खामियां
Unhealthy Diet, Dehydration, फिजिकल एक्टिविटी की कमी, प्रोसेस्ड फूड्स से भी ऊर्जा घटती है। पर्याप्त पोषण, नियमित व्यायाम और हाइड्रेशन जरूरी हैं।
और भी संभावित कारण
हार्मोनल बदलाव (माहवारी, प्रेग्नेंसी, मेनोपॉज)
डायबिटीज, हृदय रोग, चिंता-डिप्रेशन, दवाओं के साइड इफेक्ट्स
सोने के समय का अनियमित होना, नींद में बार-बार रुकावट
अनियमित जीवनशैली और लगातार बैठकर काम करना
कब डॉक्टर को दिखाएं?
अगर थकान हफ्तों तक बनी रहे, सुस्ती से जीवन प्रभावित हो, बार-बार सिर दर्द, दिल की धड़कन तेज हो, या त्वचा पीली लगे — बिना देरी डॉक्टर से मिलें। एक साधारण ब्लड टेस्ट से आयरन, B12, विटामिन D, थायरॉयड जैसे आम कारणों का पता चल सकता है।
प्रैक्टिकल टिप्स:
अपने आहार में हरी पत्तेदार सब्ज़ियां, दालें, दूध और फल जरूर शामिल करें।
सोने-जागने का समय तय रखें, कम से कम 7-8 घंटे नींद लें।
रूटीन चेकअप करवाएं, खासतौर से अगर आप लगातार low energy महसूस करती हैं।
स्ट्रेस मैनेजमेंट और योग-ध्यान को लाइफस्टाइल का हिस्सा बनाएं।
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