क्या आपको भी सूरज डूबते ही उदासी, चिंता और खालीपन महसूस होता है? क्या शाम होते ही आपको बेचैनी, अनजाने डर या भविष्य को लेकर तनाव सताने लगता है? अगर हां, तो हो सकता है कि आप सनसेट एंग्जाइटी के शिकार हों।
सनसेट एंग्जाइटी एक मानसिक स्थिति है, जिसमें व्यक्ति शाम के समय जरूरत से ज्यादा चिंता, स्ट्रेस और नेगेटिव विचारों का अनुभव करता है। यह समस्या उन लोगों में ज्यादा देखी जाती है, जो पहले से किसी मानसिक तनाव या जिम्मेदारियों के दबाव से गुजर रहे होते हैं।
सनसेट एंग्जाइटी के लक्षण
अगर आपको ये लक्षण महसूस होते हैं, तो आपको सनसेट एंग्जाइटी हो सकती है:
नींद न आना या सोने में कठिनाई
अकेलापन और खालीपन महसूस होना
सूर्यास्त के समय मन में उदासी और नेगेटिव विचारों का आना
बेचैनी और दिल की धड़कन तेज होना
पसीना आना, हाथ-पैर कांपना
सांस फूलना और घबराहट महसूस होना
जरूरत से ज्यादा सोचना और आत्मविश्वास की कमी महसूस करना
सनसेट एंग्जाइटी के कारण
सनसेट एंग्जाइटी के पीछे कई वजहें हो सकती हैं, जैसे:
अनियमित दिनचर्या – सही दिनचर्या न होने से यह समस्या बढ़ सकती है।
अत्यधिक जिम्मेदारियों का दबाव – तनाव और जिम्मेदारियों के कारण यह एंग्जाइटी ट्रिगर हो सकती है।
अवसाद (डिप्रेशन) का इतिहास – जो लोग पहले से अवसादग्रस्त हैं, उन्हें यह समस्या ज्यादा होती है।
बीते समय में कोई बुरी घटना – अतीत की किसी बुरी घटना से जुड़ी यादें भी सनसेट एंग्जाइटी को बढ़ा सकती हैं।
जीवन में उद्देश्य की कमी – अगर जीवन का कोई लक्ष्य या मकसद नहीं है, तो मन में खालीपन और बेचैनी बढ़ सकती है।
सनसेट एंग्जाइटी से बचाव के उपाय
अगर आप इस समस्या से जूझ रहे हैं, तो इन उपायों को अपनाकर राहत पा सकते हैं:
सोने और उठने का एक तय समय बनाएं ताकि शरीर की जैविक घड़ी सही रहे।
डीप ब्रीदिंग, योग और मेडिटेशन करें, जिससे तनाव और चिंता कम हो।
शाम को हल्का व्यायाम या टहलने जाएं, इससे मन शांत रहेगा।
अपनी पसंदीदा किताब पढ़ें या कोई दिलचस्प गतिविधि करें।
निगेटिव विचारों से खुद को दूर रखें और पॉजिटिव सोच अपनाएं।
परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताएं, इससे अकेलापन महसूस नहीं होगा।
संतुलित और पौष्टिक आहार लें, ताकि शरीर स्वस्थ और दिमाग शांत रहे।
शाम होते ही हल्की रोशनी में रहें, इससे दिमाग को आराम मिलेगा।
पर्याप्त नींद लें और नींद से समझौता न करें।
शराब और कैफीन से बचें, क्योंकि ये एंग्जाइटी को बढ़ा सकते हैं।
सलाह
अगर सनसेट एंग्जाइटी लंबे समय से बनी हुई है और आपकी रोजमर्रा की जिंदगी को प्रभावित कर रही है, तो एक्सपर्ट की मदद जरूर लें। सही गाइडेंस और थेरेपी से इस समस्या को मैनेज किया जा सकता है।