पुरुषों से ज़्यादा महिलाओं के लिए क्यों फायदेमंद है बाईं करवट सोना? जानें विज्ञान और आयुर्वेद का सबसे बड़ा राज!

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एक अच्छी और गहरी नींद हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए कितनी ज़रूरी है, यह हम सब जानते हैं। हम अपनी नींद को बेहतर बनाने के लिए अच्छा बिस्तर खरीदते हैं, कमरे में अंधेरा रखते हैं, और आरामदायक कपड़े पहनते हैं। लेकिन क्या आपने कभी इस बात पर गौर किया है कि आप किस करवट सोते हैं? शायद नहीं। ज़्यादातर लोग इस बारे में सोचते भी नहीं हैं और जिस पोजीशन में आराम मिलता हैं, उसी में सो जाते हैं।

लेकिन विज्ञान और हज़ारों साल पुरानी हमारी आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति, दोनों ही यह मानते हैं कि आपकी सोने की पोजीशन, खासकर बाईं करवट (Sleeping on your left side), आपके स्वास्थ्य पर चमत्कारी प्रभाव डाल सकती है। और सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि शोधकर्ताओं का मानना है कि इसके फायदे पुरुषों की तुलना में महिलाओं को और भी ज़्यादा मिलते हैं।

तो आखिर इस 'बाईं करवट सोने' में ऐसा क्या जादू है? आइए, आज सोने के इस 'गोल्डन रूल' के पीछे छिपे वैज्ञानिक और आयुर्वेदिक रहस्यों को उजागर करते हैं, जिन्हें जानकर आप आज रात से ही अपनी सोने की आदत बदलने पर मजबूर हो जाएंगे।

 

बायीं करवट सोना सबसे अच्छा तरीका क्यों है?(The Science Behind It)

इसका संबंध सीधे तौर पर हमारे शरीर के आंतरिक अंगों (Internal Organs) की बनावट और स्थिति से है। जब आप बाईं करवट सोते हैं, तो आप गुरुत्वाकर्षण (Gravity) को अपने शरीर के लिए काम करने देते हैं, न कि उसके खिलाफ।

 

महिलाओं को मिलने वाले 5 चमत्कारी फायदे

हालांकि ये फायदे सभी को मिलते हैं, लेकिन कुछ फायदे ऐसे हैं जो महिलाओं के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण हैं, खासकर गर्भावस्था और मासिक धर्म के दौरान।

1. पाचन तंत्र का बनेगा 'सुपरहीरो' (Improved Digestion)

यह सबसे बड़ा और सबसे स्थापित लाभ हैं।

  • क्यों ਹੈ असरदार?: हमारा पेट (Stomach) और अग्न्याशय (Pancreas) शरीर के बाईं ओर स्थित होते हैं। जब आप बाईं करवट सोते हैं तो भोजन पेट में आसानी से घूमता ਹੈ और पाचक रस ठीक से निकल पाते हैं। इससे भोजन को पचाना बहुत आसान हो जाता है। इसके विपरीत, दाईं करवट सोने से पेट का एसिड भोजन नली (Esophagus) में वापस आ सकता है, जिससे एसिडिटी, सीने में जलन, और अपच जैसी समस्याएं होती हैं।

2. दिल पर से घटेगा दबाव, दिल रहेगा स्वस्थ (Better Heart Health)

आपका दिल शरीर के बाईं ओर होता है और शरीर की सबसे बड़ी धमनी (Aorta) भी बाईं ओर ही मुड़ती हैं।

  • क्यों है असरदार?: बाईं करवट सोने से आपके दिल को पूरे शरीर में खून पंप करने के लिए ज़्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ती। गुरुत्वाकर्षण रक्त प्रवाह में मदद करता है, जिससे दिल पर दबाव कम होता है और वह ज़्यादा कुशलता से काम करता है। यह लंबी अवधि में आपके हृदय को स्वस्थ रखने का एक आसान तरीका है।

3. शरीर का होगा 'डीटॉक्स' (Aids Lymphatic Drainage)

हमारे शरीर की लसीका प्रणाली (Lymphatic System) शरीर से विषाक्त पदार्थों और अपशिष्ट (Toxins and Waste) को बाहर निकालने का काम करती है।

  • क्यों है असरदार?: लसीका प्रणाली का सबसे बड़ा हिस्सा, थोरैसिक डक्ट, हमारे शरीर के बाईं ओर स्थित हैं। बाईं करवट सोने से इस सिस्टम को शरीर से गंदगी को फिल्टर करने और बाहर निकालने में गुरुत्वाकर्षण से मदद मिलती है, जिससे शरीर का प्राकृतिक 'डीटॉक्स' होता हैं।

4. खर्राटों से मिलेगी राहत (Reduces Snoring)

अगर आप या आपका पार्टनर खर्राटों से परेशान हैं, तो यह उपाय जादू की तरह काम कर सकता है।

  • क्यों ਹੈ असरदार?: पीठ के बल सीधा सोने से आपकी जीभ और नरम तालु (Soft Palate) गले के पीछे की ओर गिर जाते हैं, जिससे सांस लेने का रास्ता बाधित होता है और खर्राटों की आवाज आती हैं। बाईं करवट सोने से वायुमार्ग खुला रहता ਹੈ और खर्राटों में कमी आती हैं।

5. गर्भवती महिलाओं के लिए 'वरदान' (Highly Recommended During Pregnancy)

यह महिलाओं के लिए सबसे खास फायदा है। डॉक्टर हमेशा गर्भवती महिलाओं को बाईं करवट सोने की ही सलाह देते हैं।

  • क्यों ਹੈ ज़रूरी?:
    • बेहतर रक्त संचार: इससे गर्भाशय (Uterus), गर्भनाल (Umbilical Cord), और बच्चे तक रक्त और पोषक तत्वों का प्रवाह बेहतर होता हैं।
    • लीवर पर कम दबाव: आपका लिवर शरीर के दाईं ओर होता है। बाईं करवट सोने से बढ़ता हुआ गर्भाशय लिवर पर दबाव नहीं डालता।
    • सूजन में कमी: यह पैरों और हाथों में होने वाली सूजन को भी कम करने में मदद करता हैं ।

किन लोगों को बचना चाहिए?

हालांकि बाईं करवट सोने के अनगिनत फायदे हैं लेकिन जिन लोगों को दिल की कुछ विशेष बीमारियां (जैसे Congestive Heart Failure), ग्लूकोमा (Glaucoma), या कार्पल टनल सिंड्रोम (Carpal Tunnel Syndrome) है, उन्हें अपने डॉक्टर से सलाह लेकर ही अपनी सोने की पोजीशन तय करनी चाहिए।

एक छोटी सी आदत में बदलाव करके आप अपने पाचन को सुधार सकते हैं, अपने दिल को स्वस्थ रख सकते हैं और सुबह तरोताजा महसूस कर सकते हैं। तो आज रात, एक बेहतर स्वास्थ्य की ओर पहला कदम बढ़ाएं और बाईं ओर करवट लेकर सोएं।

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