Why does breathing stop during sleep: सोते समय मौत के पीछे छिपे हैं ये चौंकाने वाले कारण
- by Archana
- 2025-08-01 14:32:00
News India Live, Digital Desk: Why does breathing stop during sleep: नींद एक प्राकृतिक और आवश्यक प्रक्रिया है, लेकिन कभी-कभी यह किसी के लिए जीवन का अंतिम विश्राम भी बन सकती है। बिल्कुल स्वस्थ दिखने वाला व्यक्ति भी रात को सोते समय कभी-कभी नहीं उठता, जो कि एक अत्यंत चौंकाने वाली और चिंताजनक घटना है। हालांकि, इसके पीछे कई वैज्ञानिक और चिकित्सकीय कारण हैं, जिन्हें समझना महत्वपूर्ण है।
मुख्य रूप से, नींद के दौरान अचानक मृत्यु का सबसे आम कारण हृदय संबंधी समस्याएं हैं। इनमें कार्डियक अरेस्ट (Cardiac Arrest) शामिल है, जहाँ हृदय अचानक धड़कना बंद कर देता है। यह तब हो सकता है जब हृदय की विद्युत गतिविधि में अचानक बाधा आती है, जिससे रक्त प्रवाह रुक जाता है। हार्ट अटैक (Myocardial Infarction), जिसमें हृदय की मांसपेशियों तक रक्त पहुँचाने वाली धमनियां अवरुद्ध हो जाती हैं, भी एक प्रमुख कारण है। इसके अलावा, असामान्य हृदय ताल (Arrhythmia), जैसे वेंट्रिकुलर फाइब्रिलेशन, हृदय की पंपिंग क्रिया को बाधित कर सकता है। कंजेस्टिव हार्ट फेलियर (Congestive Heart Failure) जैसी स्थितियां, जिनमें हृदय शरीर की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त रक्त पंप नहीं कर पाता, रात के समय अधिक गंभीर हो सकती हैं।
अन्य प्रमुख कारणों में स्ट्रोक (Stroke) शामिल है, जो मस्तिष्क को रक्त की आपूर्ति करने वाली धमनी के फटने या अवरुद्ध होने से होता है। श्वसन संबंधी समस्याएं, जैसे ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एपनिया (Obstructive Sleep Apnea), में नींद के दौरान वायुमार्ग का संकीर्ण होना या अवरुद्ध होना शामिल है, जिससे सांस रुक जाती है और ऑक्सीजन का स्तर खतरनाक रूप से गिर जाता है। यह हृदय पर अतिरिक्त दबाव डालता है और गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकता है।
कुछ मामले अत्यधिक दवा सेवन (Drug Overdose) से भी संबंधित हो सकते हैं, खासकर दर्द निवारक दवाओं या नींद की गोलियों का शराब के साथ सेवन। इससे श्वसन अवसाद (respiratory depression) हो सकता है, जिससे मृत्यु हो सकती है। दुर्लभ मामलों में, सेरेब्रल एन्यूरिज्म का फटना (Ruptured Cerebral Aneurysm) या अन्य अनडायग्नोस्ड स्थितियां भी कारण बन सकती हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, कुछ शारीरिक संकेत जैसे लगातार थकान, पैरों, टखनों में सूजन, रात में बार-बार पेशाब आना, सांस लेने में तकलीफ, सीने में भारीपन या अनियमित दिल की धड़कन क्रॉनिक हार्ट फेलियर या अन्य गंभीर स्थितियों के पूर्व संकेत हो सकते हैं, जिन पर तत्काल ध्यान दिया जाना चाहिए। नियमित स्वास्थ्य जांच और स्वस्थ जीवनशैली, जैसे उच्च रक्तचाप और मधुमेह को नियंत्रित करना, धूम्रपान और शराब से दूरी बनाए रखना, इस जोखिम को कम करने में सहायक हो सकता है।
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