उम्रदराज, शादीशुदा और बच्चों की माँ... आखिर क्यों फिसल रहा है नौजवानों का दिल?

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प्यार की न कोई उम्र होती है, न कोई सीमा। यह लाइन हमने फिल्मों में और किताबों में खूब सुनी है। लेकिन आजकल हमारे समाज में एक ऐसा चलन देखने को मिल रहा है, जो इन लाइनों को हकीकत में बदलता हुआ दिख रहा है। यह चलन है 20-22 साल के नौजवान लड़कों का, अपने से दोगुनी उम्र की, यहाँ तक कि शादीशुदा और बच्चों की माँ बन चुकीं 40-45 साल की महिलाओं की तरफ आकर्षित होने का।

जब हम ऐसी कोई कहानी सुनते हैं, तो हमारे मन में तुरंत सवाल उठता है - "आखिर क्यों?" एक नौजवान लड़का, जिसके पास हज़ारों विकल्प हैं, वो क्यों एक ऐसी महिला में अपना प्यार ढूंढता है जिसका एक बसा-बसाया परिवार है?

यह सिर्फ शारीरिक आकर्षण का मामला नहीं है। इसके पीछे कई गहरे मनोवैज्ञानिक और भावनात्मक कारण छिपे हैं। चलिए, इन कारणों को थोड़ा करीब से समझते हैं।

1. भावनात्मक ठहराव और समझदारी (Emotional Maturity)
20-22 साल की उम्र जोश और नासमझी से भरी होती है। इस उम्र के लड़कों को अक्सर अपनी हमउम्र लड़कियों का बचपना और छोटी-छोटी बातों पर होने वाला ड्रामा झेलना मुश्किल लगता है। वहीं, एक 40 साल की महिला ज़िंदगी के कई उतार-चढ़ाव देख चुकी होती है। वह शांत, स्थिर और ज़्यादा समझदार होती है। वह बात को सुनती है, समझती है और बेवजह की बहस में नहीं उलझती। लड़कों को यह भावनात्मक सुकून बहुत आकर्षित करता है।

2. आत्मविश्वास और एक अलग चार्म (Confidence & Charm)
एक 40 साल की महिला आमतौर पर अपनी ज़िंदगी में सेटल हो चुकी होती है। उसे अपनी कीमत पता होती है और वह किसी के अप्रूवल या वैलिडेशन के लिए नहीं जीती। उसका यही आत्मविश्वास और ज़िंदगी को देखने का नज़रिया लड़कों को बहुत आकर्षक लगता है।

3. एक सुकून और अपनेपन की तलाश
कई बार यह आकर्षण सिर्फ़ प्यार या वासना का नतीजा नहीं होता, बल्कि एक तरह के अपनेपन और देखभाल की तलाश भी होती है। युवा लड़के अक्सर उन महिलाओं में एक माँ, एक दोस्त और एक मार्गदर्शक का मिश्रण देखते हैं। उन्हें एक ऐसी साथी मिलती है जो न सिर्फ़ उनसे प्यार करती है, बल्कि उनका ख्याल भी रखती है और उन्हें ज़िंदगी के लिए सही सलाह भी देती है।

4. कोई कमिटमेंट का ड्रामा नहीं (Perception of No Strings Attached)
कई लड़कों को यह भी लगता है कि एक शादीशुदा महिला उनसे शादी या लंबे-चौड़े वादों की उम्मीद नहीं करेगी। उन्हें यह रिश्ता ज़्यादा आसान और बिना किसी बोझ वाला लगता है, जहाँ वे बिना किसी दबाव के रह सकते हैं। (हालांकि, यह हमेशा सच नहीं होता)।

5. शारीरिक आकर्षण
इस पहलू को भी नकारा नहीं जा सकता। आजकल महिलाएं 40 की उम्र में भी खुद को काफी फिट और मेन्टेन रखती हैं। उनके व्यक्तित्व में एक अलग तरह की परिपक्वता और आकर्षण होता है, जो युवा लड़कों को उनकी ओर आकर्षित करता है।

लेकिन क्या यह रिश्ता इतना आसान है?

बाहर से यह रिश्ता जितना आकर्षक और रोमांचक लगता है, उतना ही यह जटिलताओं और सामाजिक सवालों से भरा होता है। एक तरफ इस महिला के पास उसका पति और बच्चे हैं, तो दूसरी तरफ समाज का डर और भविष्य को लेकर अनिश्चितता भी है।

यह इतना जटिल विषय है कि इसका कोई सरल उत्तर नहीं है। हर रिश्ते की अपनी कहानी और अपनी सच्चाई होती है।

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