Indian Cricket Selector : कौन बनेगा BCCI का नया सिलेक्टर? इस रेस में दो पूर्व भारतीय गेंदबाज़ सबसे आगे
News India Live, Digital Desk: Indian Cricket Selector : भारतीय क्रिकेट टीम में जगह बनाना जितना मुश्किल है, उतना ही मुश्किल उन खिलाड़ियों को चुनना भी है। यह ज़िम्मेदारी होती है राष्ट्रीय चयन समिति (National Selection Committee) की। BCCI यानी भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड में जल्द ही एक नए चयनकर्ता (selector) की नियुक्ति होने वाली है और इसे लेकर अटकलों का बाज़ार गर्म है। कई पूर्व दिग्गज खिलाड़ियों ने इस पद के लिए अपनी दावेदारी पेश की है, लेकिन सूत्रों की मानें तो दो नाम इस दौड़ में सबसे आगे निकल गए हैं।
ये दो नाम हैं- भारत के पूर्व बाएं हाथ के स्पिनर प्रज्ञान ओझा (Pragyan Ojha) और बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ आरपी सिंह (RP Singh).
क्यों हैं ये दोनों खिलाड़ी पहली पसंद?
आरपी सिंह और प्रज्ञान ओझा, दोनों ही भारतीय क्रिकेट के जाने-माने चेहरे हैं। आरपी सिंह 2007 में टी20 वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम का अहम हिस्सा थे। उनकी तेज़ और स्विंग होती गेंदबाज़ी ने उस टूर्नामेंट में बड़े-बड़े बल्लेबाज़ों को परेशान किया था। वहीं, प्रज्ञान ओझा ने टेस्ट क्रिकेट में अपनी फिरकी का जादू दिखाया है और कई अहम मौक़ों पर भारत को जीत दिलाई है।
इन दोनों के पक्ष में जो सबसे बड़ी बात जा रही है, वह है क्रिकेट से इनका लगातार जुड़े रहना। रिटायरमेंट के बाद भी ये दोनों खिलाड़ी कॉमेंट्री और क्रिकेट विश्लेषण (cricket analysis) के ज़रिए खेल की बारीकियों पर पैनी नज़र बनाए हुए हैं। उन्हें आज के दौर के क्रिकेट और खिलाड़ियों की अच्छी समझ है, जो एक चयनकर्ता के लिए बहुत ज़रूरी है।
और कौन-कौन हैं रेस में?
ऐसा नहीं है कि सिर्फ़ यही दो नाम चर्चा में हैं। उत्तर प्रदेश से ही आने वाले एक और शानदार स्विंग गेंदबाज़ प्रवीण कुमार (Praveen Kumar) ने भी इस पद के लिए आवेदन किया है। प्रवीण अपनी सटीक लाइन-लेंथ और गेंद को दोनों तरफ़ स्विंग कराने की कला के लिए जाने जाते थे। उनका दावा भी काफ़ी मज़बूत माना जा रहा है।
इनके अलावा, ईस्ट ज़ोन (East Zone) से शिव सुंदर दास का कार्यकाल पूरा होने के बाद उस जगह के लिए भी कई पूर्व खिलाड़ी कतार में हैं।
कैसे चुना जाता है सिलेक्टर?
BCCI की एक क्रिकेट सलाहकार समिति (Cricket Advisory Committee) होती है, जो इन सभी उम्मीदवारों का इंटरव्यू लेती है। यह समिति खिलाड़ियों के अनुभव, खेल की समझ और भविष्य की योजनाओं के आधार पर किसी एक नाम की सिफ़ारिश करती है, जिस पर BCCI अध्यक्ष अंतिम मुहर लगाते हैं।
आने वाले कुछ हफ़्तों में यह तस्वीर साफ़ हो जाएगी कि भारतीय क्रिकेट की नई प्रतिभाओं को तराशने की ज़िम्मेदारी किसके कंधों पर आती है। क्या आरपी सिंह अपनी तेज़ सोच से टीम को धार देंगे या प्रज्ञान ओझा अपनी स्पिन की तरह ही चयन में भी कोई करिश्मा दिखाएँगे? इसका जवाब मिलना अभी बाक़ी है।
--Advertisement--