RSS Founder : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का वो अनसुना इतिहास ,डॉ. हेडगेवार के साथ किन 17 नेताओं ने की थी शुरुआत?
News India Live, Digital Desk: RSS Founder : भारत के सबसे बड़े स्वयंसेवी संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का गठन और उसके शुरुआती दिन हमेशा से उत्सुकता का विषय रहे हैं. RSS की स्थापना डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार ने की थी, और उनके साथ कुछ ऐसे दूरदर्शी नेता थे जिन्होंने इस विचार को ज़मीन पर उतारा और एक विशाल संगठन का निर्माण किया. संघ के शुरुआती दिनों और उसके दर्शन को समझने के लिए डॉ. हेडगेवार के साथ उन 17 संस्थापकों और शुरुआती सदस्यों की भूमिका जानना बेहद महत्वपूर्ण है, जिन्होंने उनके साथ बैठकर संगठन की नींव रखी.
डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार ने 1925 में नागपुर में विजयदशमी के पावन पर्व पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना की थी. यह एक ऐसा संगठन था जिसका उद्देश्य हिंदू समाज को संगठित करना, सांस्कृतिक मूल्यों को बढ़ावा देना और राष्ट्रवाद की भावना को मजबूत करना था. उनकी इस दूरदृष्टि को साकार करने में कई अन्य समर्पित कार्यकर्ताओं और बुद्धिजीवियों का भी योगदान था, जिन्होंने डॉ. हेडगेवार के विचारों को समझा और उनके साथ मिलकर इस आंदोलन को खड़ा किया.
हालांकि लेख में उन 17 नेताओं की पूरी सूची नहीं दी गई है जिन्होंने डॉ. केशव हेडगेवार के साथ मिलकर RSS की स्थापना की, पर यह कहना सुरक्षित है कि वे सभी भारत के सामाजिक और राजनीतिक परिदृश्य से गहरे तौर पर जुड़े थे. वे विभिन्न क्षेत्रों से आए थे, जिनमें शिक्षाविद, सामाजिक कार्यकर्ता और राष्ट्रीय भावना से ओत-प्रोत युवा शामिल थे. इन सभी का एक ही लक्ष्य था - एक मजबूत और संगठित भारत का निर्माण करना.
संस्थापक सदस्यों और डॉ. हेडगेवार की भूमिका:
- डॉ. हेडगेवार: संघ के मूल संस्थापक और विचारधारा के प्रमुख स्तंभ. उनके विचार और नेतृत्व ने संघ को एक दिशा दी.
- 17 नेता/सदस्य: इन शुरुआती सदस्यों ने डॉ. हेडगेवार के विचारों को समझा, उनकी सहायता की और संघ की शाखाओं और गतिविधियों को देशभर में फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. वे स्थानीय स्तर पर संघ को मजबूत करने और नए स्वयंसेवकों को जोड़ने के लिए जिम्मेदार थे.
इन सभी नेताओं का योगदान संघ के शुरुआती स्वरूप और उसकी विकास यात्रा के लिए अमूल्य था. वे संघ के उन 'मूल सिद्धांतों' के रक्षक और प्रचारक थे, जिन्हें आज भी संघ के स्वयंसेवक अपने जीवन में उतारते हैं. संघ का इतिहास और उसके संस्थापक सदस्यों का विवरण, भारतीय इतिहास के एक महत्वपूर्ण अध्याय को उजागर करता है, और हमें उस दौर की सामाजिक-राजनीतिक परिस्थितियों को समझने में मदद करता है. इन सभी नामों की सूची और उनके योगदान का विस्तृत विवरण संघ के आधिकारिक दस्तावेजों और इतिहास की पुस्तकों में मिल सकता है.
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