सावन का अंतिम सोमवार: कब है सबसे शुभ मुहूर्त? जानें पूरे दिन का शिव पूजन टाइम और विशेष योग
आज क्यों है सावन सोमवारी बेहद खास?
सावन का चौथा और अंतिम सोमवार इस बार कई दुर्लभ योगों के साथ आया है। आज न सिर्फ सर्वार्थ सिद्धि योग, इन्द्र योग और रवि योग का संयोग बन रहा है, बल्कि पुत्रदा एकादशी तिथि भी प्रारंभ हो रही है। इन ज्योतिषीय योगों के कारण आज का दिन शिव भक्तों के लिए अत्यंत फलदायी माना गया है।
शिव पूजन के शुभ मुहूर्त (4 अगस्त 2025)
| मुहूर्त नाम | समय | महत्त्व |
|---|---|---|
| ब्रह्म मुहूर्त | 04:20 AM - 05:02 AM | पूजा का शुभतम समय |
| अमृत (सर्वोत्तम) | 05:44 AM - 07:25 AM | सर्वोत्तम——सभी कार्यों के लिए शुभ |
| सर्वार्थ सिद्धि योग | 05:44 AM - 09:12 AM | मनोकामना पूर्ति का योग |
| शुभ (उत्तम) | 09:06 AM - 10:46 AM | उत्तम सफलता और सुख-शांति |
| अभिजित मुहूर्त | 12:00 PM - 12:54 PM | विजय का समय |
| चर (सामान्य) | 02:08 PM - 03:48 PM | सामान्य कार्यों के लिए |
| विजय मुहूर्त | 02:41 PM - 03:35 PM | विजय के लिए |
| लाभ (उन्नति) | 03:48 PM - 05:29 PM | आर्थिक/व्यापार उन्नति |
| अमृत (सर्वोत्तम) | 05:29 PM - 07:10 PM | सर्वश्रेष्ठ——सभी पूजा के लिए |
| चर (सामान्य) | 07:10 PM - 08:29 PM | सामान्य कार्य |
| गोधूलि मुहूर्त | 07:10 PM - 07:31 PM | संध्या आरती के लिए |
| अमृत काल | 01:47 AM (5 अगस्त) - 03:32 AM (5 अगस्त) | दिव्य पूजन के लिए |
| रवि योग | पूरे दिन | सूर्य ऊर्जा का विशेष प्रभाव |
पूजा कैसे करें और क्या चढ़ाएं?
अर्पण करें:
बेलपत्र, धतूरा, दूध, शहद, गंगाजल
(कच्चे दूध से अभिषेक करना सौभाग्य, आरोग्य और समृद्धि के लिए श्रेष्ठ माना गया है)
क्या लगाएं भोग:
बेर, पंचामृत, फल, सूखे मेवे, बादाम, केसर या सात्विक खीर, मखाना, मिश्री, सफेद मिठाई
आज के उपाय:
सर्वार्थ सिद्धि योग में जलाभिषेक करने से समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
बेटा, परिवार सुख, आरोग्य या समृद्धि की कामना हो तो पुत्रदा एकादशी का व्रत/श्रद्धा से शिव पूजन विशेष शुभ रहेगा।
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