रूस से सप्लाई बंद हुई तो क्या होगा तेल की कमी, केंद्रीय मंत्री ने दिया बयान

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कच्चा तेल: कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के बीच रूस से आपूर्ति बढ़ने से भारत लगातार कच्चे तेल की आपूर्ति बढ़ा रहा है। हालाँकि, अब अमेरिका ने रूस से तेल का लेन-देन करने वाले देशों पर सख्त कार्रवाई की बात कही है, जिससे इस आपूर्ति पर असर पड़ने की आशंका है। अमेरिका ने चेतावनी दी है कि अगर मास्को 50 दिनों के भीतर यूक्रेन के साथ शांति वार्ता नहीं करता है, तो रूस से तेल खरीदने वाले देशों पर प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं।

इस मुद्दे पर बोलते हुए तेल मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि यदि प्रतिबंधों के कारण रूस से आपूर्ति प्रभावित होती है तो इसका भारत पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा क्योंकि ऐसी स्थिति में देश अपनी आवश्यकताओं को अन्य देशों से पूरा कर सकता है।

केंद्रीय मंत्री ने क्या कहा?

नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री ने इस मामले पर कहा कि वे इसे लेकर ज़्यादा चिंतित नहीं हैं और अगर कुछ होता है, तो वे इससे निपट सकते हैं। उनके अनुसार, भारत कई देशों से तेल खरीद रहा है, अब भारत की सूची में 40 तेल उत्पादक देश हैं। अगर रूस से आपूर्ति प्रभावित होती है, तो वे इन देशों से आपूर्ति बढ़ा सकते हैं।

कार्यक्रम में उपस्थित इंडियन ऑयल के चेयरमैन ए.एस. साहनी ने कहा कि यदि रूस से आपूर्ति प्रभावित होती है तो वे उन ग्राहकों के पास वापस चले जाएंगे, जिनसे वे पहले तेल खरीद रहे थे।

रूस से ऊर्जा की खरीद में वृद्धि

भारत ने हाल ही में रूस से अपनी तेल खरीद बढ़ा दी है। भारत की कुल आपूर्ति में रूस का योगदान 35% है, उसके बाद इराक, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात का स्थान है। भारत ने आयात पर अपनी निर्भरता कम करने के लिए तेल अन्वेषण के प्रयासों को भी तेज़ कर दिया है।

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