Astronaut : क्या होता है एक अंतरिक्ष यात्री की जिंदगी में, शुभांशु शुक्ला ने परिवार के सामने खोले रूस की ट्रेनिंग के सीक्रेट
News India Live, Digital Desk: Astronaut : जब कोई बेटा इतना बड़ा कारनामा करके लौटता है, तो परिवार का गर्व सातवें आसमान पर होता है. कुछ ऐसा ही हुआ जब भारत के भविष्य के अंतरिक्ष यात्री, ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अपने घर वापस आए और उन्होंने अपने परिवार के सदस्यों के साथ अपने अविस्मरणीय अनुभव साझा किए. उनके इस अनुभव ने न सिर्फ परिवार, बल्कि पूरे देश को प्रेरित किया, क्योंकि हर बड़े सपने के पीछे सिर्फ एक बड़ा लक्ष्य नहीं होता, बल्कि अथक परिश्रम और दृढ़ संकल्प की एक लंबी कहानी होती है.
ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला भारतीय वायु सेना के एक उच्च अधिकारी हैं, जिन्हें देश के गगनयान मिशन (Gaganyaan Mission) के लिए संभावित अंतरिक्ष यात्रियों के समूह में चुना गया है. उनकी कड़ी मेहनत, लगन और अथाह इच्छाशक्ति ने ही उन्हें इस प्रतिष्ठित मुकाम तक पहुंचाया है. हाल ही में अपने परिवार से मिलकर शुभांशु ने रूस में हुए प्रशिक्षण से लेकर भारत के भविष्य के अंतरिक्ष मिशन तक के कई दिलचस्प पहलुओं पर बात की.
अपने अनुभव साझा करते हुए उन्होंने बताया होगा कि कैसे अंतरिक्ष यात्री बनने का सपना बचपन में देखा था, और उसे पूरा करने के लिए किस तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ा. उन्होंने प्रशिक्षण के दौरान आने वाली कठिनाइयों, कठोर शारीरिक और मानसिक ट्रेनिंग और हर एक पल को देश सेवा के प्रति समर्पित करने की बात परिवार से कही होगी. ऐसे अनुभव न सिर्फ उत्साहवर्धक होते हैं, बल्कि वे दूसरों को भी बड़े सपने देखने और उन्हें पूरा करने के लिए प्रेरित करते हैं.
उनके परिवार के लिए यह गर्व का क्षण था, क्योंकि उन्होंने अपने बेटे की मेहनत को करीब से देखा था. शुभांशु की कहानी यह सिखाती है कि चाहे लक्ष्य कितना भी बड़ा क्यों न हो, सही दिशा में की गई कड़ी मेहनत और अटूट विश्वास के साथ उसे हासिल किया जा सकता है. यह हमारे देश के लिए भी एक बड़ी प्रेरणा है, क्योंकि शुभांशु जैसे जांबाज ही भारत को अंतरिक्ष अनुसंधान में नई ऊंचाइयों पर ले जा रहे हैं.
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