Violence taints Kanwar Yatra: लखीमपुर में वाहन की टक्कर से कांवड़ियों का सब्र टूटा चालक को पीटा
News India Live, Digital Desk: Violence taints Kanwar Yatra: भगवान शिव के पवित्र महीने सावन में कांवड़ यात्रा पूरे देश में, खासकर उत्तर भारत में, बड़े ही श्रद्धा भाव से मनाई जाती है। शिव भक्त अपनी पवित्र कांवड़ लेकर सुदूर नदियों से जल लेने जाते हैं और वापस आकर शिवालयों में जल चढ़ाते हैं। यह यात्रा आम तौर पर भक्ति, शांति और सहयोग का प्रतीक होती है, लेकिन कभी-कभी सड़कों पर कुछ ऐसी घटनाएं हो जाती हैं जो इस पावन यात्रा पर काले धब्बे लगा देती हैं। ऐसी ही एक अप्रिय घटना उत्तर प्रदेश के लखीमपुर जिले में सामने आई है, जहाँ सड़क पर हुई एक छोटी सी टक्कर ने तनाव का माहौल बना दिया और एक ड्राइवर को गंभीर परिणाम भुगतने पड़े।
मिली जानकारी के अनुसार, मामला मैलानी थाना क्षेत्र के गांव ढक्का पुरवा से जुड़ा है। यहां शिव भक्त अपनी पवित्र कांवड़ यात्रा पूरी करके लौट रहे थे, जब सड़क पर अचानक एक पिकअप वाहन से एक कांवड़िए की हल्की सी टक्कर हो गई। यह टक्कर भले ही छोटी रही हो, लेकिन इसने माहौल को गरमा दिया। अपने एक साथी के घायल होने और धार्मिक यात्रा में इस तरह की बाधा से कांवड़िए तुरंत आक्रोशित हो उठे। उन्होंने आवेश में आकर वाहन रोक दिया और ड्राइवर से तीखी बहस करने लगे।
गुस्साए कांवड़ियों ने कानून अपने हाथ में ले लिया। पिकअप चालक के साथ धक्का-मुक्की और मारपीट शुरू हो गई। भीड़ ने ड्राइवर को जमकर पीटा, जिससे उसे काफी चोटें आईं। इस दौरान नेशनल हाईवे पर भारी जाम भी लग गया और माहौल बेहद तनावपूर्ण हो गया। सड़क पर आवागमन रुक गया और स्थिति को संभालने के लिए तत्काल पुलिस बल को मौके पर पहुंचना पड़ा।
जैसे ही घटना की सूचना पुलिस को मिली, मैलानी थाने की पुलिस टीम मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए भीड़ को नियंत्रित किया, ताकि माहौल और अधिक न बिगड़े। गंभीर रूप से घायल पिकअप चालक को तुरंत इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उसकी मरहम-पट्टी की। वहीं, जिस कांवड़िए को टक्कर लगी थी, उसकी भी चोटों की जांच की गई और उसे भी आवश्यक उपचार दिया गया।
पुलिस ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए एफआईआर (प्रथम सूचना रिपोर्ट) दर्ज कर ली है। जांच अधिकारी यह समझने का प्रयास कर रहे हैं कि आखिर पूरा विवाद कैसे और क्यों भड़का। ऐसे में जब लाखों श्रद्धालु सड़कों पर होते हैं, तो यह ज़रूरी हो जाता है कि वाहन चालक बेहद सतर्कता और धैर्य से गाड़ी चलाएं, और श्रद्धालु भी सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करें, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को टाला जा सके। इस तरह की घटनाएं न केवल कानून व्यवस्था के लिए चुनौती बनती हैं, बल्कि धार्मिक यात्राओं की पवित्रता पर भी सवाल उठाती हैं।
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