तकिये के पास दवा रखकर सोते हैं? वास्तु कहता है, यह एक छोटी सी भूल सेहत पर पड़ सकती है भारी!

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अक्सर लोग रात में दवा खाने के बाद पानी की बोतल और दवाओं का पत्ता अपने सिरहाने या बेड के साइड टेबल पर ही रखकर सो जाते हैं, ताकि जरूरत पड़ने पर वे आसानी से मिल जाएं। यह एक बहुत ही सामान्य आदत है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि वास्तु शास्त्र और ज्योतिष, दोनों के अनुसार यह आदत आपकी सेहत और मानसिक शांति के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकती है?

यह छोटी सी गलती न सिर्फ आपके कमरे की पॉजिटिव एनर्जी को खत्म करती है, बल्कि आपकी बीमारी को लंबे समय तक खींच भी सकती है।

वास्तु के अनुसार यह क्यों है गलत?

वास्तु शास्त्र कहता है कि जिस जगह हम सोते हैं, वह हमारे घर का सबसे शांत, पवित्र और सकारात्मक ऊर्जा वाला कोना होना चाहिए। जब हम दवाइयों को अपने सिरहाने रखते हैं, तो उनसे जुड़ी 'बीमारी की ऊर्जा' पूरे कमरे में फैलने लगती है।

इसका असर क्या होता है?

  • नींद में खलल: आपकी नींद की क्वालिटी खराब होती है, और आप सुबह उठकर भी थका हुआ महसूस करते हैं।
  • मन पर भारीपन: कमरे का एनर्जी बैलेंस बिगड़ जाता है, जिससे मन में एक अनजाना सा भारीपन महसूस होता है।
  • रिकवरी होती है धीमी: दवाइयों का पास होना आपके अवचेतन मन को लगातार यह याद दिलाता रहता है कि आप बीमार हैं। यह मानसिक बोझ आपकी शरीर की हीलिंग पावर को कम कर देता है, जिससे ठीक होने में ज्यादा समय लगता है।

क्या कहता है ज्योतिष का गणित?

ज्योतिष में हमारी नींद और सोने की जगह का संबंध चंद्रमा से माना गया है, जो मन और मानसिक शांति का प्रतीक है। वहीं, दवाइयों को राहु का प्रतीक माना जाता है, जो भ्रम, तनाव और बेचैनी को बढ़ाता है।

जब आप दवाइयां सिरहाने रखते हैं, तो राहु का नकारात्मक प्रभाव चंद्रमा की शांत ऊर्जा पर हावी होने लगता है। इसके कारण:

  • अनिद्रा यानी नींद न आने की समस्या।
  • बुरे और डरावने सपने आना।
  • मन में बेवजह की चिंता और डर बैठ जाना।

यहां तक कि डॉक्टर्स भी यह मानते हैं कि गहरी और अच्छी नींद के बिना कोई भी बीमारी जल्दी ठीक नहीं हो सकती। यानी यह आदत आपको शारीरिक, मानसिक और ऊर्जा, तीनों स्तरों पर नुकसान पहुंचाती है।

तो फिर दवाइयां कहाँ रखनी चाहिए? (वास्तु की सही दिशा)

अगर आप चाहते हैं कि दवाइयां अपना काम करें और आप जल्दी स्वस्थ हों, तो उन्हें रखने के लिए इन वास्तु नियमों का पालन करें:

  • दवाइयों को कभी भी अपने सिरहाने या बिस्तर के पास न रखें।
  • उन्हें हमेशा किसी बंद दराज या अलमारी के अंदर ही रखें।
  • अगर बेडरूम में ही रखना मजबूरी है, तो दक्षिण-पूर्व (South-East) दिशा में बनी अलमारी सबसे उत्तम जगह है।
  • कोशिश करें कि दवाइयां ऐसी जगह पर हों, जहां वे आपको बार-बार दिखाई न दें। इससे कमरे की ऊर्जा सकारात्मक बनी रहेगी और आपको एक शांतिपूर्ण नींद मिलेगी।

याद रखें, आपकी सोने की जगह जितनी शांत और बीमारी के संकेतों से दूर होगी, आपका मन उतना ही शांत रहेगा और शरीर उतनी ही तेजी से स्वस्थ होगा।

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