UP Panchayat Elections: मतदाता सूची पुनरीक्षण का काम शुरू, एसडीएम-तहसीलदार को मिली जिम्मेदारी
News India Live, Digital Desk: UP Panchayat Elections: उत्तर प्रदेश में आगामी पंचायत चुनावों को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं. इसी कड़ी में 19 अगस्त से सभी जिलों में मतदाता सूची के पुनरीक्षण (रिवीजन) का कार्य शुरू हो गया है. राज्य निर्वाचन आयोग ने यह कार्य निर्धारित समय-सीमा के भीतर पूर्ण करने का लक्ष्य रखा है, ताकि आगामी चुनाव सुचारु रूप से संपन्न हो सकें.
पुनरीक्षण कार्य का विवरण और जिम्मेदारियां:
- पुनरीक्षण की शुरुआत: उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में 19 अगस्त, 2025 से मतदाता सूची पुनरीक्षण का कार्य औपचारिक रूप से शुरू हो गया है.
- अधिकारियों को जिम्मेदारी: इस कार्य की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी विभिन्न प्रशासनिक अधिकारियों को सौंपी गई है.
- एसडीएम (Sub-Divisional Magistrate): उप-जिला मजिस्ट्रेट अपने-अपने क्षेत्र में मतदाता सूची के पुनरीक्षण की पूरी प्रक्रिया का पर्यवेक्षण करेंगे.
- तहसीलदार: तहसीलदार पुनरीक्षण कार्यों के लिए समन्वय और क्षेत्रीय स्तर पर टीमों का प्रबंधन करेंगे.
- एडीएम (Additional District Magistrate): अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट इस पूरी प्रक्रिया की निगरानी करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि कार्य समय पर और त्रुटि रहित ढंग से हो.
- कार्य का उद्देश्य: मतदाता सूची पुनरीक्षण का मुख्य उद्देश्य मतदाता सूची से मृत व्यक्तियों, दोहरी प्रविष्टियों को हटाना और नए योग्य मतदाताओं, विशेष रूप से 18 वर्ष की आयु पूरी करने वालों के नाम जोड़ना है.
- मतदाता सूची की शुद्धता: यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि मतदाता सूची यथासंभव सटीक और अद्यतन हो ताकि सभी पात्र नागरिक अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें और किसी भी अयोग्य व्यक्ति का नाम सूची में न रहे.
यह कार्य पंचायत चुनावों की नींव है और इसकी सफलता निष्पक्ष एवं स्वतंत्र चुनाव सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है. स्थानीय प्रशासन इस कार्य को पारदर्शिता और कुशलता से संपन्न करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है. उम्मीद है कि यह पुनरीक्षण कार्य समय पर पूरा हो जाएगा, जिससे जल्द ही चुनाव की अन्य प्रक्रियाओं को आगे बढ़ाया जा सकेगा
--Advertisement--