यूपी को एक और एक्सप्रेसवे की सौगात! किसानों को मिलेगा सर्किल रेट से 4 गुना मुआवजा, जानें क्या है पूरा प्रोजेक्ट
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विकास की रफ्तार को और गति देने के लिए योगी सरकार एक और नया एक्सप्रेसवे बनाने जा रही है। फर्रुखाबाद लिंक एक्सप्रेसवे (Farrukhabad Link Expressway) के निर्माण से न सिर्फ राज्य की कनेक्टिविटी बेहतर होगी, बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। यह एक्सप्रेसवे प्रदेश के बड़े एक्सप्रेसवे नेटवर्क को आपस में जोड़ेगा, जिससे आम लोगों का सफर बेहद आसान हो जाएगा।
आइए जानते हैं इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट के बारे में सब कुछ।
कहां से शुरू होकर कहां तक जाएगा यह एक्सप्रेसवे?
प्रस्तावित फर्रुखाबाद लिंक एक्सप्रेसवे यूपी के प्रमुख एक्सप्रेसवे को आपस में जोड़ने वाली एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगा।
- शुरुआत: यह आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर इटावा के पास कुदरैल से शुरू होगा।
- समापन: यह हरदोई जिले में गंगा एक्सप्रेसवे पर सवायजपुर में जाकर समाप्त होगा।
इस एक्सप्रेसवे के बनने से आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे, गंगा एक्सप्रेसवे और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे सीधे एक-दूसरे से कनेक्ट हो जाएंगे, जिससे एकSeamless Expressway Grid तैयार होगी।
किसानों के लिए खुशखबरी: मिलेगा 4 गुना मुआवजा
इस प्रोजेक्ट की सबसे खास बात किसानों को मिलने वाला मुआवजा है। एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए जिन किसानों की भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा, उन्हें एक बड़ा आर्थिक लाभ मिलने वाला है।
- कैसे तय होगा मुआवजा: जमीन का मूल्य सर्किल रेट से चार गुना के आधार पर तय किया गया है।
- बजट हुआ जारी: यूपीडा (UPEIDA) ने भूमि अधिग्रहण के लिए लगभग 50.65 करोड़ रुपये का बजट जारी कर दिया है।
- किन गांवों का होगा अधिग्रहण: फिलहाल, हरदोई जिले की सवायजपुर तहसील के 6 गांवों (कनकापुर उबरिया, मरकडा, रायपुर, सैदपुर, सरसई एवं तिमिरपुर) की जमीन आपसी सहमति के आधार पर खरीदी जाएगी।
प्रोजेक्ट से होने वाले बड़े फायदे
- बेहतर कनेक्टिविटी: इस एक्सप्रेसवे से फर्रुखाबाद, हरदोई, इटावा जैसे जिलों को महानगरों तक तेज और आसान कनेक्टिविटी मिलेगी।
- आर्थिक विकास: एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक गलियारे विकसित होने की संभावना है, जिससे इलाके का आर्थिक विकास होगा।
- रोजगार के अवसर: निर्माण कार्य और बाद में औद्योगिक विकास से स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए मौके बनेंगे।
- किसानों को लाभ: भूमि अधिग्रहण से मिलने वाले मुआवजे के साथ-साथ किसानों को अपनी उपज बड़े बाजारों तक ले जाने में भी आसानी होगी, जिससे उन्हें बेहतर भाव मिलेगा।
कुल मिलाकर, यह लिंक एक्सप्रेसवे हरदोई और फर्रुखाबाद क्षेत्र के विकास को नई रफ्तार देने में एक मील का पत्थर साबित होगा।
--Advertisement--