Unbridled behavior of the bladder: जब आती है बेकाबू पेशाब तो क्या है इस ओवरएक्टिव ब्लैडर बीमारी का इलाज

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News India Live, Digital Desk: Unbridled behavior of the bladder:  अगर आपको भी ऐसा महसूस होता है कि बार-बार पेशाब आ रही है, और यह स्थिति सामान्य से कहीं अधिक है, तो संभावना है कि आप 'ओवरएक्टिव ब्लैडर' OAB नामक बीमारी से ग्रसित हों। यह एक ऐसी मेडिकल स्थिति है जिसमें व्यक्ति को अचानक और अत्यधिक पेशाब करने की तीव्र इच्छा होती है, और इसे रोक पाना मुश्किल हो जाता है, चाहे मूत्राशय भरा हो या न हो। यह समस्या व्यक्ति की रोजमर्रा की जिंदगी, काम और नींद पर गंभीर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है।

ओवरएक्टिव ब्लैडर OAB के प्रमुख लक्षण:

अत्यधिक तीव्र पेशाब की इच्छा: अचानक और बेकाबू तरीके से पेशाब करने का मन करना।

पेशाब रोक पाने में दिक्कत यूरीनरी इनकॉन्टिनेंस: कभी-कभी इस इच्छा को नियंत्रित न कर पाने के कारण मूत्र का रिसाव हो जाना।

बार-बार पेशाब आना फ्रिक्वेंट यूरीनेशन: दिन में 8 या उससे ज्यादा बार पेशाब करना।

रात में बार-बार पेशाब आना नोक्टूरिया: रात में दो या उससे अधिक बार नींद टूटकर पेशाब के लिए उठना।

ओवरएक्टिव ब्लैडर OAB के मुख्य कारण:

ओएबी के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:

मूत्राशय की मांसपेशियों की अतिसक्रियता: कई बार मूत्राशय की मांसपेशियां (डेट्रूसर मसल) मस्तिष्क से सही संकेत न मिलने के कारण अधिक सक्रिय हो जाती हैं, जिससे अनावश्यक संकुचन होता है।

तंत्रिका क्षति: स्ट्रोक, रीढ़ की हड्डी की चोट, मधुमेह (डायबिटीज), या मल्टीपल स्केलेरोसिस जैसी बीमारियों के कारण तंत्रिकाएं क्षतिग्रस्त हो सकती हैं, जो मूत्राशय और मस्तिष्क के बीच संकेतों को बाधित करती हैं।

कुछ दवाओं का साइड इफेक्ट: कुछ दवाएं, विशेषकर मूत्रवर्धक (डाययुरेटिक्स), ओवरएक्टिव ब्लैडर के लक्षणों को बढ़ा सकती हैं।

शराब और कैफीन का अत्यधिक सेवन: ये दोनों पदार्थ मूत्राशय को उत्तेजित कर सकते हैं और बार-बार पेशाब आने की इच्छा बढ़ा सकते हैं।

कुछ मेडिकल स्थितियां: यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (UTI), ब्लैडर स्टोन (मूत्राशय में पथरी), बढ़े हुए प्रोस्टेट (पुरुषों में), या ट्यूमर जैसे अन्य स्वास्थ्य मुद्दे भी इन लक्षणों का कारण बन सकते हैं।

उम्र बढ़ना: उम्र के साथ मूत्राशय की क्षमता कम हो सकती है और मांसपेशियों कमजोर हो सकती हैं।

उपचार और प्रबंधन:

अच्छी बात यह है कि ओवरएक्टिव ब्लैडर का प्रभावी ढंग से प्रबंधन किया जा सकता है। उपचार विकल्पों में जीवनशैली में बदलाव जैसे तरल पदार्थ का प्रबंधन, कैफीन-शराब का सेवन कम करना, मूत्राशय प्रशिक्षण ब्लैडर ट्रेनिंग, पेल्विक फ्लोर व्यायाम कीगल एक्सरसाइज, दवाएं और कुछ मामलों में सर्जरी शामिल हैं। यदि आपको ये लक्षण महसूस हों, तो तत्काल किसी यूरोलॉजिस्ट या विशेषज्ञ चिकित्सक से संपर्क करें। सही निदान और उपचार के साथ इस समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है और जीवन की गुणवत्ता में सुधार किया जा सकता है।

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