ये है वो फसल जो आपको सिर्फ 40 दिन में बना देगी करोड़पति: 10 हजार लगाइए और 2 लाख की फिक्स इनकम पाइए

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अगर आप कम समय में ज़्यादा मुनाफ़ा कमाना चाहते हैं, तो खीरे की खेती एक अच्छा विकल्प है। खीरे की सबसे खास बात यह है कि यह सिर्फ़ 40 दिनों में ही फल देना शुरू कर देता है। खीरा एक ऐसी फसल है जिसकी माँग हर मौसम में रहती है। कम लागत वाली यह फसल किसानों को करोड़पति बना सकती है। 

इस फसल को उगाना एक आसान और लाभदायक व्यवसाय है। तो पेश हैं खीरे की खेती से जुड़ी कुछ ज़रूरी बातें और तरीके  :

तेजी से बढ़ने वाली फसल:
खीरा बुवाई के 40 से 70 दिनों के भीतर कटाई के लिए तैयार हो जाता है। इसके बाद, इसे हर 2 से 3 दिन में काटा जा सकता है। इससे किसानों को निरंतर आय सुनिश्चित होती है।

 

बाजार में अच्छी मांग:
खीरे की हर मौसम में अच्छी मांग रहती है। सलाद और खाने-पीने की चीजों में इसका खूब इस्तेमाल होता है। इस वजह से बाजार में इसकी अच्छी कीमत मिलती है।

कैसे करें खेती?
उचित जलवायु और मिट्टी:
खीरे की खेती के लिए गर्म और शुष्क जलवायु सबसे उपयुक्त मानी जाती है। पौधों की अच्छी वृद्धि के लिए 25 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच का तापमान सबसे अच्छा होता है। इसके लिए बलुई मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है, जिसमें पानी का ठहराव न हो।

उन्नत किस्में:
बेहतर उपज के लिए थार शीतल, दुर्गापुरी, अर्का शीतल जैसी उन्नत किस्मों का चयन किया जा सकता है।

खेत की तैयारी:
खीरे की खेती के लिए बुवाई से पहले खेत की अच्छी तरह जुताई करें और मिट्टी को हल्का और भुरभुरा बना लें।

बुवाई विधि:
बीजों को पंक्तियों में बोएँ, पंक्तियों के बीच 1.5 से 2 मीटर की दूरी रखें। किसानों को ध्यान रखना चाहिए कि बुवाई के बाद नमी बनाए रखने के लिए मिट्टी में हल्की सिंचाई अवश्य करें।

सिंचाई और देखभाल:
गर्मियों में हर 5 से 7 दिन और सर्दियों में हर 8 से 10 दिन में पानी दें। साथ ही, फसलों को बीमारियों और कीटों से बचाने के लिए समय पर कीटनाशकों का छिड़काव करें।

खीरे की खेती क्यों फायदेमंद है? : 
कम लागत, ज़्यादा मुनाफ़ा: एक एकड़ में खेती शुरू करने में लगभग 10 से 15 हज़ार रुपए का खर्च आता है। लेकिन पैदावार 1 से 2 लाख रुपए या उससे ज़्यादा होती है। इसकी फसल तैयार होने में सिर्फ़ 40 से 70 दिन लगते हैं। फिर इसे बाज़ार में आसानी से बेचा जा सकता है। एक हेक्टेयर ज़मीन से लगभग 60 से 70 क्विंटल खीरे का उत्पादन होता है। इससे किसानों को अच्छा मुनाफ़ा होता है। पॉली फार्मिंग तकनीक अपनाकर किसान एक सीजन में 10 से 12 लाख रुपए तक कमा रहे हैं।

जी हाँ, एक एकड़ ज़मीन पर लगभग 35-45 हज़ार रुपये खर्च करके किसान 70 से 120 क्विंटल उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं। अगर मौजूदा बाज़ार भाव 12-20 रुपये प्रति किलो हो, तो किसान एक सीज़न में 1 से 2 लाख रुपये का शुद्ध मुनाफ़ा कमा सकते हैं।

साल में 10-12 लाख तक का मुनाफ़ा: 
कई राज्यों में सरकार किसानों को खीरा जैसी सब्ज़ियाँ उगाने के लिए सब्सिडी और अन्य प्रकार की सहायता प्रदान करती है। आप अपने राज्य के कृषि विभाग से इसकी जानकारी ले सकते हैं।

इस तरह अगर किसान सही तरीके से और सही योजना के साथ खीरा उगाएं तो यह आपके लिए लाभदायक हो सकता है। 

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