झारखंड के वकीलों का इंतजार खत्म, 15 मार्च तक पूरी हो जाएगी बार काउंसिल की चुनावी जंग
News India Live, Digital Desk: झारखंड के कोर्ट परिसर और बार रूम में इन दिनों सिर्फ मुकदमों की बहस नहीं, बल्कि 'वोट' की चर्चा भी जोरों पर है। आखिर झारखंड स्टेट बार काउंसिल (Jharkhand State Bar Council) के चुनाव जो होने वाले हैं। जो लोग लंबे समय से नई कमेटी और चुनाव का इंतजार कर रहे थे, उनके लिए अब एक अच्छी खबर और एक 'डेडलाइन' दोनों आ गई है।
ताजा जानकारी के मुताबिक, झारखंड बार काउंसिल के चुनाव की प्रक्रिया को हर हाल में 15 मार्च तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
आखिर इतना शोर क्यों?
देखिए, बार काउंसिल वकीलों के लिए सबसे अहम संस्था होती है। उनके वेलफेयर से लेकर वकालत के लाइसेंस और अनुशासन तक—सारे फैसले यहीं से होते हैं। पिछले कुछ समय से चुनाव को लेकर अनिश्चितता बनी हुई थी, जिससे वकीलों के कई काम अटक रहे थे। लेकिन अब यह तय हो गया है कि होली (मार्च) के आसपास वकीलों को उनकी नई 'सरकार' मिल जाएगी।
क्या चल रहा है अभी? (Current Status)
चुनाव कराना कोई आसान काम नहीं है। सबसे बड़ी चुनौती होती है वोटर लिस्ट (Voter List) को अपडेट करना।
- खबर है कि अभी 'वैरिफिकेशन' का काम चल रहा है।
- यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि सिर्फ वही वकील वोट दें जो नियमित प्रैक्टिस में हैं (One Bar One Vote का नियम)।
- फर्जी वोटरों को हटाने और सही वकीलों को जोड़ने का काम युद्धस्तर पर जारी है।
वकीलों के लिए क्या मायने रखता है यह चुनाव?
रांची हाई कोर्ट से लेकर धनबाद और जमशेदपुर की निचली अदालतों तक, हर वकील चाहता है कि बार काउंसिल में ऐसे प्रतिनिधि आएं जो उनकी समस्याओं (जैसे पेंशन, मेडिकल सुविधा, बैठने की जगह) को सुलझा सकें। 15 मार्च की डेडलाइन मिलने के बाद अब चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है। संभावित प्रत्याशी अपने साथियों को लुभाने में लग गए हैं।
तैयार हो जाइये
अगर आप भी झारखंड के अधिवक्ता हैं, तो अपनी सदस्यता (Membership) और वेरिफिकेशन स्टेटस चेक कर लें। क्योंकि अगले कुछ महीने आपके कोर्ट परिसर में 'काले कोट' की ताकत दिखने वाली है। मार्च की गर्मी से पहले चुनावी गर्मी का अहसास होने लगा है!
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