असली गनमैन, गाड़ी पर सायरन और खुद को बताया 'अंडरकवर एजेंट': हैदराबाद में जिम के अंदर चल रहा था 'स्पेशल 26' वाला खेल

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साहब के ठाठ-बाट देख सब रह गए दंग:फिल्मों में आपने अक्सर देखा होगा कि कैसे कोई नकली पुलिस वाला या बड़ा अफसर बनकर रौब झाड़ता है, लेकिन हैदराबाद में जो हुआ वो किसी बॉलीवुड फिल्म की स्क्रिप्ट से कम नहीं है। हैदराबाद की फिल्म नगर पुलिस ने एक ऐसे नटवरलाल को गिरफ्तार किया है जिसने अपनी एक्टिंग और झूठे रुतबे से लोगों को लाखों का चूना लगा दिया।

आरोपी का नाम बथिनी शशिकांत (39) है। इस आदमी का कॉन्फिडेंस ऐसा था कि यह कभी खुद को IPS बताता, कभी IAS तो कभी खुफ़िया एजेंसी (NIA) का बड़ा अधिकारी। और हां, अपनी बात में वजन लाने के लिए जनाब अकेले नहीं चलते थे-गाड़ी पर पुलिस वाला सायरन और साथ में हथियारबंद गनमैन लेकर घूमते थे ताकि सामने वाले की बोलती बंद हो जाए।

जिम में 'अंडरकवर' होकर बनाता था शिकार
इस ठग की कहानी एक जिम से शुरू हुई। शशिकांत ने एक जिम ज्वाइन किया। वहां पैसे देने के बजाय उसने मालिक को अपनी फ़र्ज़ी पहचान बताई। उसने कहा, "मैं एक आईपीएस अधिकारी हूँ और यहाँ एक सीक्रेट अंडरकवर मिशन पर आया हूँ।" उसकी बातों और बॉडीगार्ड्स के तामझाम को देख जिम मालिक भी झांसे में आ गया और उसे मुफ्त सेवाएं देने लगा।

यही नहीं, शशिकांत अक्सर वर्कआउट के बीच में अचानक यह कहकर भाग जाता था, "अरे, अर्जेंट कॉल आया है, कहीं रेड (Raid) मारने जाना है।" यह सब देख लोगों को यकीन हो जाता था कि यह कोई बहुत बड़ा अधिकारी है।

वॉकी-टॉकी और 10 लाख का चूना
माहौल असली बनाने के लिए उसने दो लोगों-प्रवीण और विमल-को अपना गनमैन बना रखा था। ये लोग पब्लिक के बीच वॉकी-टॉकी पर बात करते थे, जैसे कोई वीआईपी मूवमेंट हो रही हो। पुलिस जांच में पता चला कि ये दोनों पूर्व CRPF कर्मी थे, जिनके पास हथियार के लाइसेंस भी थे।

इस 'फर्जी साहब' ने जिम मालिक को भरोसा दिलाया कि वह उसे तेलंगाना इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर कॉर्पोरेशन (TGIIC) की महंगी सरकारी जमीन सस्ते में दिला सकता है। भरोसे में आकर मालिक ने उसे 10 लाख रुपये दे दिए। शशिकांत ने उसे एक फर्जी अलॉटमेंट लेटर भी थमा दिया। जब जिम मालिक असली ऑफिस पहुंचा, तब जाकर उसे पता चला कि उसके साथ बहुत बड़ा धोखा हुआ है।

पुलिस ने ऐसे दबोचा
DCP (वेस्ट जोन) सीएच श्रीनिवास ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने जाल बिछाया। शशिकांत गिरफ्तारी से बचने के लिए बार-बार अपना ठिकाना बदल रहा था, लेकिन मंगलवार को पुलिस ने उसे धर दबोचा। उसके पास से कई नकली आई-कार्ड (IAS, IPS, NIA) और जाली दस्तावेज मिले हैं। फिलहाल उसके दोनों गनमैन फरार हैं।

सबक:
आजकल ठगों ने नए-नए तरीके निकाल लिए हैं। कोई कितना भी बड़ा अफसर बनकर रौब दिखाए, पैसों के लेनदेन से पहले उसकी सच्चाई (Credentials) जांचना बहुत जरूरी है। चमक-दमक अक्सर धोखा होती है।

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