GST का नया नियम: कल से बदल जाएगी इन चीज़ों की क़ीमत, जानिए आपकी जेब पर पड़ेगा क्या असर

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एक बार फिर माल और सेवा कर (GST) काउंसिल ने आम आदमी की ज़िंदगी से जुड़ी कई चीज़ों पर टैक्स की दरों में बदलाव किया है. ये नए नियम कल से यानी अगले महीने की शुरुआत से लागू हो रहे हैं. GST काउंसिल की पिछली बैठक में कुछ चीज़ों को सस्ता करके राहत देने की कोशिश की गई है, तो वहीं कुछ सेवाओं पर टैक्स बढ़ाकर उन्हें महंगा भी कर दिया गया है.

इस बार का बदलाव ख़ास तौर पर छोटे व्यापारियों, किसानों और आम आदमी को ध्यान में रखकर किया गया है. तो चलिए, आसान भाषा में समझते हैं कि कल से क्या महंगा हो रहा है और क्या सस्ता.

क्या हो रहा है सस्ता? (आपकी जेब को मिलेगी राहत)

  1. मिलेट्स का आटा: सेहत को लेकर जागरूक लोगों के लिए अच्छी ख़बर है. सरकार मोटे अनाज (जैसे बाजरा, ज्वार, रागी) के आटे को बढ़ावा दे रही है. अगर आप पैकेट में बंद मिलेट्स का आटा ख़रीदते हैं, जिस पर 70% तक मिलेट्स हैं, तो उस पर अब सिर्फ़ 5% GST लगेगा, जो पहले 18% था. इसका मतलब है कि ये पौष्टिक आटा अब काफ़ी सस्ता मिलेगा.
  2. गुड़ और शीरा: गुड़ बनाने में इस्तेमाल होने वाले शीरे (राब) पर भी GST की दर को 18% से घटाकर 5% कर दिया गया है. इससे गुड़ बनाने की लागत कम होगी और उम्मीद है कि बाज़ार में आपको गुड़ भी सस्ते दामों पर मिलेगा.
  3. पुराने कपड़ों से बने धागे: फटे-पुराने कपड़ों से बनने वाले धागे पर भी टैक्स को 12% से घटाकर 5% कर दिया गया है. इससे पर्यावरण को भी फ़ायदा होगा और इस उद्योग से जुड़े लोगों को भी राहत मिलेगी.

क्या हो रहा है महंगा? (यहां ख़र्च करने होंगे ज़्यादा पैसे)

  1. कॉरपोरेट गारंटी पर टैक्स: कंपनियों के लिए अब अपनी सहायक (सब्सिडियरी) कंपनी के लिए गारंटी देना महंगा पड़ेगा. अब उन्हें दी गई गारंटी की कुल रक़म पर 18% GST देना होगा. इसका सीधा असर आम आदमी पर नहीं, बल्कि कॉरपोरेट जगत पर पड़ेगा.
  2. विदेशी जहाज़ों का किराया: अगर कोई भारतीय कंपनी किसी विदेशी जहाज़ (वेसल) को किराए पर लेती है, तो उस पर अब GST देना होगा. पहले इस पर छूट थी.

व्यापारियों और किसानों के लिए क्या है ख़ास?

  • E-commerce  वालों को राहत: अब छोटे व्यापारी जो ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म जैसे Amazon या Flipkart पर माल बेचते हैं, उन्हें GST रजिस्ट्रेशन में थोड़ी राहत दी गई है.
  • किसानों को फ़ायदा: खाद और शराब बनाने में इस्तेमाल होने वाले एक्स्ट्रा न्यूट्रल अल्कोहल (ENA) को GST के दायरे से बाहर रखा गया है, जिससे इन चीज़ों के दाम बढ़ने की आशंका कम हो गई है.

कुल मिलाकर, सरकार ने इस बार सेहतमंद खाने की चीज़ों और छोटे उद्योगों को राहत देने की कोशिश की है. तो कल जब आप बाज़ार जाएं, तो इन बदलावों का ध्यान ज़रूर रखें.

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