मलयालम सिनेमा के मेगास्टार का नया अवतार, कालमकावल में हर किरदार पर है शक की सुई

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News India Live, Digital Desk: मलयालम सिनेमा के 'बिग बी' कहे जाने वाले मेगास्टार ममूटी जब भी स्क्रीन पर आते हैं, तो उम्र बस एक नंबर बनकर रह जाती है। 74 साल की उम्र में भी उनके अभिनय की धार और आंखों की गहराई आज के युवा एक्टर्स को भी मात दे देती है। अब, वह एक बार फिर से एक ऐसी ही दमदार भूमिका में वापस आ रहे हैं जो आपको अपनी सीट से हिलने नहीं देगी।

उनकी आने वाली फिल्म 'कालमकावल' (Kalamkaval) का रहस्य और सस्पेंस से भरा ट्रेलर रिलीज हो गया है, और इसे देखकर यह कहना गलत नहीं होगा कि यह कोई आम मसाला फिल्म नहीं, बल्कि एक दिमाग को झकझोर देने वाली पहेली है।

क्या है ट्रेलर में खास?

'कालमकावल' का ट्रेलर किसी धीमे जहर की तरह है, जो धीरे-धीरे आप पर चढ़ता है। इसमें कोई चीख-पुकार या धमाकेदार एक्शन नहीं है, बल्कि एक खामोश सा तनाव है जो आपको बेचैन कर देता है।

ट्रेलर में हम ममूटी को एक अनुभवी और रहस्यमयी लेखक के किरदार में देखते हैं, जो एक खूबसूरत लेकिन सुनसान घर में रहता है। सब कुछ शांत लगता है, जब तक कि एक युवा और जोशीला पुलिस अफसर (अभिनेता सिद्दीकी के बेटे, शाहीन सिद्दीकी) उसकी जिंदगी में दाखिल नहीं होता। पुलिस वाले को शक है कि इस शांत दिखने वाले लेखक का अतीत उतना शांत नहीं है, और वह किसी गहरे राज़ को छुपा रहा है।

एक बिल्ली-चूहे का मनोवैज्ञानिक खेल

ट्रेलर में ममूटी और शाहीन सिद्दीकी के बीच एक जबरदस्त मनोवैज्ञानिक 'बिल्ली-चूहे का खेल' देखने को मिलता है। एक तरफ ममूटी का किरदार है जो बेहद शांत और संयमित है, लेकिन उसकी मुस्कान के पीछे एक तूफान छिपा हुआ महसूस होता है। दूसरी तरफ युवा पुलिस अफसर है, जो सच को उजागर करने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है। उनके बीच के डायलॉग्स बहुत तीखे और गहरे हैं, जो कहानी के रहस्य को और भी उलझा देते हैं।

यह एक 'स्लो-बर्न' थ्रिलर है

यह फिल्म उन दर्शकों के लिए है जो एक intelligente कहानी और बेहतरीन अभिनय देखना पसंद करते हैं। 'स्लो-बर्न' थ्रिलर का मतलब ही यही होता है कि कहानी की परतें धीरे-धीरे खुलती हैं और अंत तक आपको बांधे रखती हैं। फिल्म के विजुअल्स बहुत शानदार हैं और माहौल को और भी रहस्यमयी बनाते हैं।

संतोष विश्वनाथ द्वारा निर्देशित यह फिल्म एक लेखक की उस दुनिया में ले जाती है, जहाँ कल्पना और हकीकत के बीच की लकीर धुंधली पड़ जाती है। अब देखना यह है कि क्या यह लेखक सिर्फ कहानियां लिखता है, या फिर वह खुद ही एक अनसुलझी कहानी है। ट्रेलर ने उम्मीदें बहुत बढ़ा दी हैं, और अब फैंस को फिल्म का बेसब्री से इंतज़ार है।

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