यूपी में बिछेगा 8 नए एक्सप्रेसवे का जाल, बदल जाएगी 30 जिलों की तस्वीर, MP से भी होगी सीधी कनेक्टिविटी

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विकास के पहियों को नई रफ्तार देने के लिए योगी सरकार ने अब तक का सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे मास्टर प्लान तैयार किया है। प्रदेश में एक-दो नहीं, बल्कि 8 नए एक्सप्रेसवे के निर्माण को मंजूरी दे दी गई है, जिनमें से कुछ पर काम भी शुरू हो चुका है। यह एक्सप्रेसवे का विशाल नेटवर्क प्रदेश के करीब 30 जिलों को आपस में जोड़ेगा और उत्तर प्रदेश को सीधे मध्य प्रदेश से भी कनेक्ट करेगा।

इन एक्सप्रेसवे के बनने से न सिर्फ सफर तेज और आरामदायक होगा, बल्कि व्यापार, उद्योग और रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। आइए जानते हैं इन 8 महत्वाकांक्षी परियोजनाओं के बारे में।

1. चित्रकूट और बांदा लिंक एक्सप्रेसवे

यह 120 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे धार्मिक नगरी चित्रकूट को सीधे वाराणसी और बांदा से जोड़ेगा। इसके बनने से चित्रकूट धाम की कनेक्टिविटी कई गुना बेहतर हो जाएगी। सरकार का लक्ष्य इसे 2026 तक पूरा करने का है, हालांकि अभी भूमि अधिग्रहण का काम बाकी है।

2. जालौन-बुंदेलखंड लिंक एक्सप्रेसवे

बुंदेलखंड क्षेत्र के विकास को और गति देने के लिए 115 किलोमीटर लंबे इस 4-लेन एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जाएगा, जिसे भविष्य में 6-लेन तक बढ़ाया जा सकता है। यह जालौन को सीधे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से कनेक्ट करेगा। इसके लिए 63 गांवों की जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा।

3. विंध्य एक्सप्रेसवे

यह प्रदेश के सबसे लंबे एक्सप्रेसवे में से एक होगा, जिसकी कुल लंबाई 320 किलोमीटर होगी। 23,000 करोड़ की भारी-भरकम लागत से बनने वाला यह 6-लेन एक्सप्रेसवे प्रयागराज से शुरू होकर मिर्जापुर, वाराणसी और चंदौली होते हुए सोनभद्र तक जाएगा। यह पूर्वांचल और गंगा एक्सप्रेसवे से भी जुड़ेगा, जिससे यूपी की कनेक्टिविटी मध्य प्रदेश, झारखंड और छत्तीसगढ़ तक हो जाएगी। इसका लक्ष्य 2028 तक पूरा करना है।

4. विंध्य-पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेसवे

लगभग 100 किलोमीटर लंबा यह 6-लेन एक्सप्रेसवे विंध्य और पूर्वांचल क्षेत्र को आपस में जोड़ेगा। यह चंदौली से गाजीपुर तक बनाया जाएगा, जिससे पूर्वी यूपी में सफर बेहद आसान हो जाएगा। इस पर करीब 7000 करोड़ रुपये खर्च होंगे।

5. आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे को गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ने वाला लिंक

यूपी के दो सबसे बड़े एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए यह 90 किलोमीटर लंबा लिंक बनाया जाएगा। यह इटावा के पास कुदरैल (आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे) से शुरू होकर हरदोई में गंगा एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा। 7500 करोड़ की लागत वाले इस प्रोजेक्ट पर साल के अंत तक काम शुरू हो सकता है।

6. जेवर एयरपोर्ट लिंक एक्सप्रेसवे

यह यूपी के ड्रीम प्रोजेक्ट्स में से एक है। यह लिंक एक्सप्रेसवे ग्रेटर नोएडा में यमुना एक्सप्रेसवे को सीधे जेवर एयरपोर्ट से कनेक्ट करेगा, जिससे एयरपोर्ट तक पहुंचना बेहद आसान हो जाएगा। साथ ही, इसके जरिए यमुना एक्सप्रेसवे को गंगा एक्सप्रेसवे से भी जोड़ने की योजना है।

7. मेरठ-हरिद्वार लिंक एक्सप्रेसवे

पश्चिमी यूपी को उत्तराखंड से जोड़ने के लिए यह नया लिंक एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा। गाजियाबाद से मेरठ तक एक्सप्रेसवे पहले ही बन चुका है, अब इसे आगे बढ़ाकर सीधे हरिद्वार तक ले जाया जाएगा। मेरठ में यह गंगा एक्सप्रेसवे से भी लिंक होगा, जिससे पूर्वी उत्तर प्रदेश से हरिद्वार की सीधी कनेक्टिविटी हो जाएगी।

8. चित्रकूट-रीवा लिंक एक्सप्रेसवे (UP-MP कनेक्टिविटी)

यह 70 किलोमीटर लंबा 4-लेन एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश को सीधे मध्य प्रदेश से जोड़ेगा। यह चित्रकूट से शुरू होकर मध्य प्रदेश के रीवा तक जाएगा। यह बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से भी जुड़ेगा, जिससे पूर्वी और पश्चिमी यूपी की मध्य प्रदेश तक सीधी पहुंच हो जाएगी। 2028 तक इसे पूरा करने का लक्ष्य है।

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