The limits of secrecy: अलास्का में पुतिन के अंगरक्षकों द्वारा पूप सूटकेस ले जाने का रहस्य
- by Archana
- 2025-08-18 11:14:00
News India Live, Digital Desk: The limits of secrecy: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के प्रोटोकॉल और उनकी निजी सुरक्षा से जुड़ा एक बेहद अजीबोगरीब दावा सामने आया है, जिसके अनुसार उनके अंगरक्षकों ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ अलास्का में हुई शिखर सम्मेलन के दौरान "पूप सूटकेस" ढोया था. इस असामान्य प्रथा का कथित कारण पुतिन के स्वास्थ्य और शारीरिक कार्यों से संबंधित संवेदनशील जानकारी को गोपनीय रखना था.
मीडिया रिपोर्टों और पूर्व रूसी गुप्त सेवा के सदस्यों के दावों के अनुसार, पुतिन के लिए एक विशेष टीम का उपयोग किया जाता है जो यात्रा के दौरान उनके शारीरिक कचरे को एकत्र करती है. ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि किसी भी बाहरी शक्ति द्वारा उनके स्वास्थ्य डेटा या किसी भी कमजोर जानकारी का पता न लगाया जा सके. इस कथित प्रोटोकॉल का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि किसी भी प्रकार का नमूना (जैसे मल-मूत्र) रूस की नियंत्रण रेखा से बाहर न जाए और विदेशी जासूसी एजेंसियों द्वारा उसका विश्लेषण न किया जा सके.
विशेष रूप से, 2017 में ट्रंप के साथ अलास्का में हुए शिखर सम्मेलन के दौरान यह "पूप सूटकेस" वाला मामला चर्चा में आया है. यह दावा तब और पुख्ता हुआ जब पुतिन को 2019 में पेरिस यात्रा के दौरान फ्रांस से एक कथित "फ्रिस्क गार्ड" या "सैनिटरी ऑफिसर" के साथ देखा गया. कहा जाता है कि इस तरह के अधिकारी विशेष कंटेनर में राष्ट्रपति के मानव कचरे को इकट्ठा करके रूसी संघ में वापस ले जाने के लिए जिम्मेदार होते हैं.
हालांकि इस दावे को आधिकारिक तौर पर रूसी अधिकारियों ने कभी स्वीकार नहीं किया है, लेकिन यह व्लादिमीर पुतिन के इर्द-गिर्द घूमने वाली अत्यधिक गोपनीयता और सुरक्षा चिंताओं को रेखांकित करता है. यह घटना बताती है कि किस हद तक बड़े नेता अपने व्यक्तिगत स्वास्थ्य डेटा की सुरक्षा को लेकर संवेदनशील हो सकते हैं, खासकर अंतरराष्ट्रीय स्तर के उच्च-दांव वाले शिखर सम्मेलनों में. यह प्रथा भले ही विचित्र लगे, लेकिन यह एक सुरक्षा उपाय के रूप में समझी जाती है, जिससे बाहरी खुफिया एजेंसियों को महत्वपूर्ण व्यक्तिगत जानकारी तक पहुँचने से रोका जा सके.
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