इंडिगो पर भड़की सरकार हजारों यात्रियों को रुलाने के बाद अब गिरेगी गाज, मंत्री जी ने दिए हाई लेवल जांच के आदेश
News India Live, Digital Desk : पिछले कुछ दिनों से अगर आप टीवी खोल रहे हैं या सोशल मीडिया देख रहे हैं, तो एयरपोर्ट्स पर मची अफरा-तफरी की तस्वीरें जरुर देखी होंगी। चाहे पटना हो, जयपुर हो या दिल्ली हर जगह एक ही कहानी है। इंडिगो (IndiGo), जिसे देश की सबसे भरोसेमंद एयरलाइन माना जाता था, आज हजारों यात्रियों के लिए सिरदर्द बन गई है।
सैकड़ों फ्लाइट्स कैंसिल हो रही हैं, यात्री एयरपोर्ट पर भूखे-प्यासे बैठे हैं और कोई जवाब देने वाला नहीं। लेकिन दोस्तों, अब सबर का बांध टूट चुका है और केंद्र सरकार ने इस मामले में दखल दे दिया है। यात्रियों के आंसुओं और गुस्से को देखते हुए नागरिक उड्डयन मंत्रालय (Ministry of Civil Aviation) 'फुल एक्शन मोड' में आ गया है।
आइए, आसान भाषा में समझते हैं कि सरकार ने इंडिगो की क्लास कैसे लगाई है और अब आगे क्या होगा।
मंत्री जी ने दिए 'सख्त आदेश'
देशभर के एयरपोर्ट्स से आ रही हंगामे की तस्वीरों को देखने के बाद केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री (Civil Aviation Minister) ने इसे बहुत गंभीरता से लिया है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा है कि एयरलाइन्स की ऐसी मनमानी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मंत्रालय ने तुरंत प्रभाव से उच्च स्तरीय जांच (High-Level Probe) के आदेश दे दिए हैं।
सरकार का कहना है कि यात्रियों को परेशान करना नियमों के खिलाफ है। अगर इंडिगो अपनी सेवाएं देने में सक्षम नहीं थी, तो उसने टिकट बुक क्यों किए?
जांच में क्या पता लगाया जाएगा?
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) अब इस पूरे मामले की कुंडली खंगालेगा।
- कैंसिलेशन की असली वजह: इंडिगो कह रही है 'ऑपरेशनल दिक्कत', लेकिन सरकार जानना चाहती है कि आखिर अचानक इतने प्लेन खराब कैसे हो गए? क्या मेंटेनेंस में कमी थी या पायलट्स की कमी?
- यात्रियों का हाल: क्या कैंसिल हुई फ्लाइट्स के यात्रियों को रिफंड दिया गया? क्या उन्हें होटल और खाना मिला? (नियम के मुताबिक यह एयरलाइन की जिम्मेदारी है)।
- टिकटों की कालाबाजारी: क्या फ्लाइट कैंसिल करके महंगे दामों पर बाद में टिकट बेचे गए? इसकी भी जांच होगी।
इंडिगो को दी गई 'चेतावनी'
सूत्रों के मुताबिक, मंत्रालय ने एयरलाइन प्रबंधन को एक 'अल्टीमेटम' दिया है। उनसे कहा गया है कि:
- जल्द से जल्द ऑपरेशन सामान्य करें।
- जिन यात्रियों की फ्लाइट मिस हुई है, उन्हें तुरंत रिफंड या दूसरी फ्लाइट दें।
- भविष्य में ऐसी स्थिति से निपटने का प्लान बताएं।
आम यात्रियों के लिए राहत
सरकार के इस कदम से आम यात्रियों को थोड़ी हिम्मत मिली है। अब तक एयरलाइन स्टाफ अपनी मनमर्जी चला रहा था, लेकिन जब ऊपर से डंडा चलता है, तो व्यवस्था सुधरनी तय होती है। उम्मीद है कि इस जांच के बाद न सिर्फ रिफंड आसानी से मिलेगा, बल्कि दूसरी एयरलाइन्स भी सबक लेंगी कि ग्राहक भगवान होता है, उसे परेशान करना भारी पड़ सकता है।
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