GST में अब तक का सबसे बड़ा बदलाव! वित्त मंत्री का ऐलान - आम आदमी और किसानों से जुड़ी इन चीजों पर टैक्स होगा कम

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महंगाई से जूझ रही आम जनता और देश के किसानों के लिए वित्त मंत्रालय से एक बहुत बड़ी राहत भरी खबर आई है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (FM Nirmala Sitharaman) ने संकेत दिए हैं कि गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) काउंसिल अपनी अगली बैठक में टैक्स दरों के स्लैब में एक बड़ा फेरबदल (GST Rate Rejig) करने पर विचार कर रही है। इस बदलाव का सीधा और सबसे बड़ा फायदा आम आदमी और किसानों को मिलेगा, क्योंकि कई ज़रूरी वस्तुओं पर टैक्स की दरों को या तो कम किया जा सकता है या उन्हें पूरी तरह से शून्य (Zero-rated) भी किया जा सकता है।

यह घोषणा जीएसटी सिस्टम के "सुधारों के दूसरे चरण" (GST Reforms 2.0) का हिस्सा है, जिसका मुख्य उद्देश्य कर प्रणाली को और अधिक सरल, तर्कसंगत बनाना और आम उपभोक्ता पर पड़ने वाले बोझ को कम करना है। अगर जीएसटी काउंसिल इन प्रस्तावों पर मुहर लगा देती है, तो यह महंगाई के मोर्चे पर मोदी सरकार का अब तक का सबसे बड़ा और सबसे प्रभावी कदम साबित हो सकता है।

आम आदमी और किसानों को कैसे मिलेगा फायदा?

वित्त मंत्री ने स्पष्ट किया है कि जीएसटी दरों में इस फेरबदल का मुख्य फोकस उन वस्तुओं पर होगा जो सीधे तौर पर आम आदमी के घर के बजट और किसानों की खेती की लागत को प्रभावित करती हैं।

किन चीजों पर कम हो सकता है टैक्स?:

क्या है सरकार का 'GST 2.0' का मास्टर प्लान?

सात साल पहले लागू हुआ जीएसटी भारत का सबसे बड़ा टैक्स सुधार था। अब सरकार 'GST 2.0' के तहत इसे और बेहतर बनाने की दिशा में काम कर रही है।

नए सुधारों का एजेंडा:

पेट्रोल और डीजल का क्या होगा?

'GST 2.0' की चर्चा के बीच एक बार फिर यह सवाल उठने लगा है कि क्या पेट्रोल और डीजल को भी जीएसटी के दायरे में लाया जाएगा?

अगली जीएसटी काउंसिल की बैठक पर टिकी हैं सबकी निगाहें

यह सुधार भारतीय अर्थव्यवस्था और आम आदमी की जेब के लिए दूरगामी परिणाम लेकर आएंगे। उर्वरकों और दवाओं पर टैक्स कम होने से सीधी राहत मिलेगी, वहीं स्लैब में बदलाव से कई चीजें महंगी और सस्ती हो सकती हैं। अब पूरे देश की निगाहें जीएसटी काउंसिल की अगली बैठक पर टिकी हैं, जहां इन क्रांतिकारी प्रस्तावों पर अंतिम फैसला लिया जाएगा।

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