The Attitude of Police in Chhattisgarh: 10 कुत्तों को गोली मारने का वीडियो वायरल, मामला गरमाया

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News India Live, Digital Desk: छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में पुलिस पर 10 आवारा कुत्तों को गोली मारने का एक सनसनीखेज आरोप लगा है। यह घटना तब प्रकाश में आई जब गोली मारे गए कुत्तों के शवों को कथित तौर पर कचरा फेंकने की तरह नदी किनारे एक नाले में फेंकते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस वीडियो के सामने आने के बाद एनिमल एक्टिविस्ट और आम जनता में खासा रोष फैल गया है, और वे इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

मामला अंतागढ़ थाना क्षेत्र का है, जहाँ सोमवार को यह कथित घटना हुई। बताया जा रहा है कि शहर में कुत्तों की बढ़ती आबादी को नियंत्रित करने या किसी और कारण से यह अमानवीय कार्य किया गया। वायरल वीडियो में, दस कुत्तों के शवों को प्लास्टिक की बोरी में भरकर लापरवाही से नाले में फेंकते हुए देखा जा सकता है, जो अपने आप में परेशान करने वाला दृश्य है। इस तरह का अमानवीय कृत्य वन्यजीव संरक्षण कानून और पशु क्रूरता निवारण अधिनियम का सीधा उल्लंघन है।

इस वीडियो को सोशल मीडिया पर कई प्लेटफॉर्म्स पर साझा किया गया, जिसके बाद इसने व्यापक बहस छेड़ दी है। जानवरों के अधिकारों के लिए लड़ने वाले कार्यकर्ताओं ने इसे जानवरों के प्रति क्रूरता का घिनौना उदाहरण बताया है और कांकेर पुलिस प्रशासन से इस पर तुरंत स्पष्टीकरण देने और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।

वहीं, कांकेर पुलिस ने इन आरोपों का खंडन किया है। कांकेर एसपी दिव्येश पटेल ने स्पष्ट किया है कि पुलिस द्वारा किसी भी कुत्ते को गोली नहीं मारी गई है और न ही शव को फेंका गया है। उन्होंने वायरल वीडियो को पुरानी या झूठी घटना करार दिया है और इसे समाज में भ्रम फैलाने का प्रयास बताया है। हालांकि, एसपी के बयान के बावजूद, वीडियो की सत्यता और परिस्थितियों को लेकर सवाल बने हुए हैं। आम जनता अब इस मामले की निष्पक्ष जांच और सच्चाई सामने आने का इंतजार कर रही है, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि वास्तव में क्या हुआ था और क्या निर्दोष जानवरों पर कोई अत्याचार हुआ है। यह घटना जानवरों के प्रति मानवीय दृष्टिकोण और पशु कल्याण कानूनों के कड़ाई से पालन के महत्व को रेखांकित करती है।

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