Teej Puja Rules : भूल से टूट जाए हरतालिका तीज का कठिन व्रत? घबराएं नहीं, तुरंत कर लें ये आसान उपाय
News India Live, Digital Desk: Teej Puja Rules : हरतालिका तीज का व्रत सुहागिन महिलाओं के लिए सबसे बड़े और कठिन व्रतों में से एक माना जाता है। इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सौभाग्य के लिए 24 घंटे से भी ज्यादा समय तक बिना कुछ खाए-पिए (निर्जला) रहती हैं। भगवान शिव और माता पार्वती की पूरी श्रद्धा से पूजा करती हैं। ऐसे में अगर गलती से या किसी स्वास्थ्य समस्या के कारण यह कठिन व्रत खंडित हो जाए, तो मन में डर और अपराधबोध का भाव आना स्वाभाविक है।
कई महिलाएं यह सोचकर घबरा जाती हैं कि अब क्या होगा? क्या उनकी पूजा अधूरी रह जाएगी? क्या इसका कोई अशुभ प्रभाव पड़ेगा?
अगर आपके साथ भी कभी ऐसा हो जाए, तो आपको घबराने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है। शास्त्रों में हर समस्या का समाधान बताया गया है। आज हम आपको कुछ ऐसे उपाय बताने जा रहे हैं, जिन्हें करके आप व्रत टूटने के दोष से मुक्ति पा सकती हैं और अपनी पूजा को पूर्ण कर सकती हैं।
व्रत टूट जाए तो क्या करें?
1. सबसे पहले क्षमा मांगें
अगर आपसे भूलवश व्रत टूट गया है, तो सबसे पहले मन ही मन भगवान शिव और माता पार्वती से हाथ जोड़कर क्षमा मांगें। अपनी गलती को स्वीकार करें और उनसे कहें कि यह अनजाने में हुआ है। ईश्वर भाव के भूखे होते हैं और सच्ची श्रद्धा से मांगी गई माफी को वे अवश्य स्वीकार करते हैं।
2. पूजा को न छोड़ें
व्रत खंडित होने का यह मतलब नहीं है कि आप पूजा ही छोड़ दें। आपको अपनी पूजा विधि-विधान से पूरी करनी चाहिए। शाम के समय पूजा करें, हरतालिका तीज की कथा सुनें या पढ़ें और आरती करें।
3. पंडित या किसी ज्ञानी से सलाह लें
व्रत टूटने पर अपनी दुविधा को दूर करने के लिए किसी जानकार पंडित या अपने घर के बड़े-बुजुर्गों से सलाह लेना सबसे अच्छा होता है। वे आपकी स्थिति के अनुसार सही प्रायश्चित का मार्ग बता सकते हैं।
4. दान-पुण्य करें
व्रत खंडित होने के दोष को कम करने के लिए दान करना एक बहुत ही प्रभावी उपाय माना जाता है। आप किसी जरूरतमंद महिला को सुहाग का सामान (जैसे चूड़ी, बिंदी, सिंदूर), कपड़े, फल या अनाज अपनी क्षमता के अनुसार दान कर सकती हैं। आप किसी ब्राह्मण को भोजन भी करा सकती हैं या मंदिर में दान दे सकती हैं।
5. गाय को खिलाएं
अगले दिन सुबह स्नान करके पूजा-पाठ करने के बाद गाय को अपने हाथ से हरा चारा, रोटी, गुड़ या केला खिलाएं। हिंदू धर्म में गौ सेवा को बहुत पुण्य का काम माना गया है और इससे कई दोषों का निवारण होता है।
6. फिर से संकल्प लें (यदि संभव हो)
कुछ मान्यताओं के अनुसार, अगर दिन के पहले पहर में व्रत टूटा है, तो आप फिर से स्नान करके एक बार पुनः व्रत का संकल्प ले सकती हैं। लेकिन यह उपाय अपनी शारीरिक क्षमता को देखकर ही करें।
याद रखें, कोई भी व्रत या पूजा आपकी श्रद्धा और क्षमता से बढ़कर नहीं है। भगवान शिव और मां पार्वती अपने भक्तों की मंसा और श्रद्धा देखते हैं। अगर आपसे अनजाने में कोई भूल हुई है, तो वे आपको निश्चय ही क्षमा कर देंगे। बस मन में विश्वास और भक्ति बनाए रखें।
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