Team India Crisis : हार पर हार, फिर भी गंभीर को फुल सपोर्ट? जानिए BCCI के मास्टरप्लान का सच

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News India Live, Digital Desk : भारतीय क्रिकेट फैंस अभी भी सदमे में हैं। अपने ही घर में न्यूजीलैंड के हाथों 0-3 से क्लीन स्वीप (Whitewash) होना कोई छोटी बात नहीं है। यह टीम इंडिया के इतिहास की सबसे बुरी हार में से एक मानी जा रही है। ऐसे में सोशल मीडिया हो या क्रिकेट के गलियारे, हर जगह सिर्फ एक ही सवाल गूंज रहा है— क्या हेड कोच गौतम गंभीर की छुट्टी होने वाली है?

जिस तरह का गुस्सा फैंस में है, उसे देखते हुए कई लोगों को लग रहा था कि शायद BCCI कोई बड़ा और कड़ा फैसला ले ले। लेकिन, रुकिए। खबर कुछ और ही आ रही है। सूत्रों की मानें तो भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने अभी जल्दबाजी में कोई भी फैसला न लेने का मन बनाया है।

गंभीर को फिलहाल 'फुल सपोर्ट'
सीरीज हारने के बाद अक्सर कोच और कप्तान पर गाज गिरती है, लेकिन इस बार मामला थोड़ा अलग है। रिपोर्ट बताती है कि BCCI गौतम गंभीर के विजन और उनकी कोचिंग शैली पर अभी भी भरोसा कायम रखना चाहता है। बोर्ड के अधिकारियों का मानना है कि गंभीर ने अभी-अभी टीम की कमान संभाली है और उन्हें अपनी टीम बनाने और नए सिस्टम को लागू करने के लिए थोड़ा समय (Time) मिलना चाहिए।

BCCI के गलियारों से जो खबरें आ रही हैं, उनके मुताबिक बोर्ड अभी "Panic Button" (घबराहट में फैसला) नहीं दबाना चाहता। इसका सबसे बड़ा कारण है— बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BGT)।

ऑस्ट्रेलिया दौरा है असली परीक्षा
दरअसल, भारत का अगला दौरा ऑस्ट्रेलिया का है, जो कि दुनिया की सबसे कठिन सीरीजों में से एक मानी जाती है। सीरीज सर पर खड़ी है। ऐसे नाजुक वक्त पर अगर कोच को बदला जाता, तो टीम के माहौल पर इसका बहुत बुरा असर पड़ सकता था।

यह कहा जा सकता है कि न्यूजीलैंड सीरीज की हार एक "Wake-up Call" थी, लेकिन गंभीर के लिए असली 'अग्निपरीक्षा' ऑस्ट्रेलिया में होगी। BCCI ने उन्हें फिलहाल के लिए सेफ जोन में रखा है, क्योंकि बोर्ड चाहता है कि टीम इंडिया पूरी तरह से ऑस्ट्रेलिया सीरीज पर फोकस करे।

लेकिन, सवाल खत्म नहीं हुए हैं...
भले ही अभी गंभीर की नौकरी सुरक्षित है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि उन पर से दबाव हट गया है। टीम इंडिया के हालिया प्रदर्शन, खासकर बल्लेबाजों के सरेंडर करने के तरीके ने सबको परेशान किया है। BCCI की तरफ से यह जो "सपोर्ट" मिला है, उसे गंभीर के लिए एक मौके की तरह देखा जा रहा है। अगर ऑस्ट्रेलिया में टीम का प्रदर्शन नहीं सुधरा, तो फिर बातचीत का लहजा बदल सकता है।

फिलहाल, गौतम गंभीर, रोहित शर्मा और पूरी टीम मैनेजमेंट का ध्यान अब उन गलतियों को सुधारने पर है जो न्यूजीलैंड के खिलाफ हुई हैं।

फैंस के तौर पर हम बस उम्मीद कर सकते हैं कि घर में मिली इस हार से टीम ने सबक सीखा होगा और ऑस्ट्रेलिया में हमें पुरानी वाली फाइटर टीम इंडिया देखने को मिलेगी। गंभीर के पास अभी भी मौका है आलोचकों को अपने काम से जवाब देने का। अब देखना यह है कि कंगारुओं की धरती पर वे अपनी रणनीतियों से बाजी पलट पाते हैं या नहीं।

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