टाटा स्टील ने खेला बड़ा दांव अपनी ही पार्टनर कंपनी को पूरा खरीदकर बने अकेले राजा

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News India Live, Digital Desk : अगर आप टाटा ग्रुप के फैन हैं या फिर शेयर बाजार में दिलचस्पी रखते हैं, तो आज की ख़बरें आपको खुश भी करेंगी और चौंकाएंगी भी। चलिए, एक-एक करके आसान भाषा में समझते हैं कि आखिर माजरा क्या है।

पहली खबर: टाटा स्टील का 'सुपर' एक्शन
दोस्तों, हम सब जानते हैं कि टाटा स्टील (Tata Steel) कोई भी काम छोटा नहीं करती। खबर यह है कि टाटा स्टील ने अपनी जॉइंट वेंचर (JV) कंपनी 'टाटा ब्लूस्कोप स्टील' (Tata BlueScope Steel) पर अब पूरा कब्ज़ा कर लिया है।

अब इसका क्या मतलब हुआ?
देखिये, पहले टाटा स्टील और BlueScope (जो कि एक ऑस्ट्रेलियाई कंपनी है) मिलकर इस कंपनी को चलाते थे। मतलब दोनों की साझेदारी थी। लेकिन अब टाटा स्टील ने तय किया कि वो BlueScope की पूरी हिस्सेदारी (करीब 50%) खुद खरीद लेगी। और लीजिए, डील पक्की हो गई!
इसका मतलब यह हुआ कि अब 'टाटा ब्लूस्कोप स्टील' पूरी तरह से (100%) टाटा स्टील की सब्सिडियरी कंपनी बन गई है। अब मुनाफे से लेकर फैसलों तक सब कुछ टाटा के हाथ में होगा। यह टाटा के विस्तार (Expansion) प्लान के लिए बहुत बड़ी बात है।

दूसरी खबर: भारतीय बैंकों में आया विदेशी 'पैसा'
दूसरी बड़ी खबर यह है कि दुनिया की दिग्गज इन्वेस्टमेंट कंपनी Blackstone ने भारतीय बैंकिंग सेक्टर में धमाकेदार एंट्री मार ली है।

सुनने में आ रहा है कि ब्लैकस्टोन ने एक बड़ी डील फाइनल की है, जिससे उनका भारतीय बैंकों में सीधा दखल हो जाएगा। वैसे भी ब्लैकस्टोन भारत में रियल एस्टेट और मॉल वगैरह में बहुत पैसा लगाता रहा है, लेकिन बैंकिंग में इनका आना एक बड़ा संकेत है।

इससे आम आदमी या बाजार को क्या?
जब ब्लैकस्टोन जैसी 'बाहुबली' कंपनी भारत के बैंकिंग सिस्टम में पैसा लगाती है, तो इसका मतलब है कि विदेशी निवेशकों को हमारे देश की इकॉनमी पर और बैंकों पर जबरदस्त भरोसा है। इससे बैंकिंग शेयरों में रौनक बढ़ सकती है।

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