T20 Series : मोहम्मद कैफ ने बताया राज कैसे भारत इंग्लैंड से सीरीज 2-2 से बराबर कर पाया

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News India Live, Digital Desk: भारत और इंग्लैंड के बीच हाल ही में खत्म हुई रोमांचक टी20 सीरीज 2-2 की बराबरी पर छूटी, जो किसी भी टीम की जीत का फैसला नहीं कर पाई। इस बेहद प्रतिस्पर्धी सीरीज के ड्रॉ रहने के पीछे क्या कारण थे, इस पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने अपने विचार साझा किए हैं। उन्होंने विस्तार से बताया कि कैसे दोनों टीमों के पास ऐसी चुनौतियाँ और मौके थे जिन्होंने अंततः सीरीज को इस नतीजे पर पहुँचाया।

कैफ के मुताबिक, भारतीय टीम की सबसे बड़ी मजबूती उसके दमदार खिलाड़ी रहे। चाहे वह विराट कोहली हों, रोहित शर्मा, या जसप्रीत बुमराह जैसे सितारे, इन सब की उपस्थिति से टीम को एक बड़ा आत्मविश्वास मिला। वे जानते थे कि उनके पास ऐसे खिलाड़ी हैं जो कभी भी मैच का पासा पलट सकते हैं। रोहित शर्मा की कप्तान के तौर पर दूरदर्शिता और रणनीति ने भी टीम को काफी मदद की। बल्लेबाजी में विराट कोहली का योगदान बेहद महत्वपूर्ण रहा, जिन्होंने कई महत्वपूर्ण साझेदारियां बनाईं। हालांकि, कैफ ने भारतीय मध्यक्रम के प्रदर्शन को कुछ निराशाजनक बताया, जिसे सुधार की गुंजाइश की आवश्यकता है।

इंग्लैंड की टीम की बात करें तो, उनके खिलाड़ी लगातार आक्रामक क्रिकेट खेलने पर ज़ोर देते रहे। यह 'बैजबॉल' मानसिकता केवल टेस्ट तक सीमित नहीं थी, बल्कि टी20 में भी दिखाई दी, जिससे वे लगातार रन बनाते रहे। मोईन अली और लियाम लिविंगस्टोन जैसे ऑलराउंडरों ने दोनों विभागों में बेहतरीन प्रदर्शन किया। इंग्लैंड ने टॉस जीतकर गेंदबाजी करना पसंद किया और इसका फायदा उठाया, लेकिन बाद में वे विकेट नहीं ले पाए। उनके खिलाड़ियों में जोश और आक्रामक तेवर था, लेकिन फिर भी कुछ गलतियाँ उनसे हुईं।

दोनों ही टीमों को पूरे सीरीज़ के दौरान चोटों से भी जूझना पड़ा। भारत को जहां दीपक चाहर जैसे महत्वपूर्ण तेज़ गेंदबाज़ की कमी खली, वहीं इंग्लैंड को भी कुछ खिलाड़ियों की इंजरी का सामना करना पड़ा, जिससे उनकी टीम की निरंतरता प्रभावित हुई। मैदान पर खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन भी महत्वपूर्ण था; खासकर भारतीय टीम ने जिस तरह से दबाव में वापसी की, वह उनके जुझारूपन को दिखाता है।

कुल मिलाकर, मोहम्मद कैफ ने समझाया कि यह सीरीज़ इसलिए ड्रॉ रही क्योंकि दोनों टीमों में बेहतरीन प्रदर्शन करने की क्षमता थी, लेकिन कुछ कमज़ोरियों और चोटों ने भी उनके प्रदर्शन को प्रभावित किया। एक संतुलित भारतीय टीम, जिसे मजबूत बल्लेबाजी और अनुशासित गेंदबाजी का साथ मिला, वहीं इंग्लैंड ने अपने आक्रामक दृष्टिकोण के साथ चुनौती पेश की, और इन सभी कारकों का परिणाम 2-2 की रोमांचक बराबरी पर रहा।

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