चिंता छोड़िए, सही जगह कीजिए निवेश! FD और RD में क्या है आपके लिए बेस्ट?

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आज की बढ़ती महंगाई के दौर में अपने और अपने परिवार के भविष्य को सुरक्षित रखना हर किसी की पहली प्राथमिकता है. जब भी निवेश (Investment) की बात आती है, तो हमारे दिमाग में सबसे पहले फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) और रिकरिंग डिपॉजिट (RD) का नाम आता है. ये दोनों ही तरीके सुरक्षित माने जाते हैं, लेकिन अक्सर लोगों को इनके बीच का सही फर्क नहीं पता होता, जिसकी वजह से वे अपने लिए सही विकल्प नहीं चुन पाते.

अगर आप भी निवेश करने की सोच रहे हैं, तो रुकिए! पहले समझिए कि FD और RD में आपके लिए क्या बेहतर है, ताकि आपका पैसा सही जगह लगे और आपको ज़्यादा से ज़्यादा फायदा मिले.

क्या है FD और RD में सबसे बड़ा अंतर?

फिक्स्ड डिपॉजिट (FD): जब आपके पास हो एकमुश्त पैसा

फिक्स्ड डिपॉजिट, जैसा कि नाम से ही ज़ाहिर है, इसमें आपको एक बार में ही सारा पैसा जमा करना होता है. यह उन लोगों के लिए एक शानदार विकल्प है, जिनके पास कहीं से एकमुश्त रकम आई है, जैसे- बोनस, प्रॉपर्टी बेचने से मिला पैसा या कोई पुराना निवेश.

  • कैसे काम करता है? आप एक निश्चित समय के लिए पैसा बैंक में जमा करते हैं और बैंक उस पर आपको तय ब्याज (FD Interest Rate) देता है.
  • ब्याज कितना मिलता है? अलग-अलग बैंकों की ब्याज दरें अलग-अलग होती हैं. उदाहरण के लिए, SBI में यह 3% से 6.6% तक हो सकता है.
  • फायदा: FD पर आमतौर पर RD से थोड़ा ज़्यादा ब्याज मिलता है और आपका पैसा एक साथ सुरक्षित निवेश हो जाता है.

रिकरिंग डिपॉजिट (RD): छोटी-छोटी बचत से बड़ा फायदा

अगर आप एक साथ बड़ी रकम जमा नहीं कर सकते, तो रिकरिंग डिपॉजिट (RD) आपके लिए ही बना है. इसमें आप हर महीने एक तय रकम जमा करते हैं. यह आपकी बचत की आदत डालने में भी मदद करता है.

  • कैसे काम करता है? आप हर महीने एक छोटी सी रकम (जैसे 1000 या 2000 रुपये) एक निश्चित समय तक जमा करते हैं.
  • उदाहरण: मान लीजिए आप 5 साल के लिए हर महीने 2000 रुपये की RD कराते हैं, तो आप कुल 1.20 लाख रुपये जमा करेंगे. मैच्योरिटी पर आपको ब्याज के साथ लगभग 1.42 लाख रुपये मिलेंगे.
  • फायदा: यह उन लोगों के लिए बेहतरीन है जो हर महीने थोड़ी-थोड़ी बचत (Investment in RD) करके एक बड़ा फंड बनाना चाहते हैं.

आपके लिए कौन सा विकल्प है सही?

यह पूरी तरह आपकी जरूरत और आपके पास मौजूद पैसे पर निर्भर करता है.

  • FD चुनें अगर: आपके पास एकमुश्त पैसा है और आप उसे एक बार में निवेश करके ज़्यादा रिटर्न पाना चाहते हैं.
  • RD चुनें अगर: आप हर महीने थोड़ी-थोड़ी बचत करके एक निश्चित समय के बाद एक बड़ी रकम चाहते हैं.

टैक्स के बारे में भी जान लें

एक बात याद रखें, FD और RD, दोनों से होने वाली कमाई पर टैक्स (Tax Rules) लगता है. टैक्स बचाना आपकी कुल आय और टैक्स स्लैब पर निर्भर करता है. इसलिए निवेश करने से पहले अपनी जरूरत, लक्ष्य और जोखिम उठाने की क्षमता को समझें और फिर सही योजना चुनें. दोनों ही विकल्प पूरी तरह से सुरक्षित हैं, बस आपको अपनी स्थिति के हिसाब से सही को चुनना है.

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