सुबह-सुबह पेट साफ नहीं होता? टॉयलेट में घंटों बैठने से अच्छा है, 5 मिनट करें ये 3 योगासन
News India Live, Digital Desk: आजकल की जिंदगी में एक समस्या है जो बाहर से दिखती नहीं, पर अंदर ही अंदर परेशान करती है - वो है 'कब्ज'. सुबह ठीक से पेट साफ न हो, तो पूरा दिन चिड़चिड़ा, भारी और असहज महसूस होता है. इस समस्या से बचने के लिए लोग तरह-तरह के चूर्ण, गोलियां और दवाएं खाते हैं, जो कुछ समय के लिए तो आराम दे देती हैं, लेकिन धीरे-धीरे आंतों को कमजोर बना देती हैं.
लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस जिद्दी कब्ज का इलाज आपकी योगा मैट पर छिपा है? जी हाँ, कुछ ऐसे आसान योगासन हैं, जिन्हें अगर आप अपनी दिनचर्या में शामिल कर लें, तो आपकी सालों पुरानी कब्ज की समस्या जड़ से खत्म हो सकती है. ये योगासन न सिर्फ आपके पेट को साफ करते हैं, बल्कि आपके पाचन तंत्र को भी मजबूत बनाते हैं.
तो चलिए, जानते हैं उन 3 असरदार योगासनों के बारे में जो आपके सुबह के संघर्ष को खत्म कर देंगे.
1. पवनमुक्तासन (गैस निकालने वाला आसन)
जैसा कि इसका नाम ही है, यह आसन पेट में फंसी हुई गैस और अपच को बाहर निकालने के लिए सबसे बेहतरीन है. जब आप घुटनों को अपनी छाती की ओर दबाते हैं, तो यह आपके पेट और आंतों पर हल्का दबाव डालता है, जिससे पाचन क्रिया में सुधार होता है और मल त्यागने में आसानी होती है.
- कैसे करें:
- पीठ के बल सीधा लेट जाएं और अपने पैरों को सीधा रखें.
- साँस छोड़ते हुए, अपने दोनों घुटनों को अपनी छाती की ओर लाएं और हाथों से कसकर पकड़ लें.
- कोशिश करें कि आपकी जांघें पेट को दबाएं.
- अब साँस लेते हुए अपने सिर को उठाकर अपनी नाक को घुटनों से छूने की कोशिश करें.
- इस स्थिति में 20-30 सेकंड तक सामान्य रूप से साँस लेते रहें. फिर धीरे-धीरे वापस सामान्य स्थिति में आ जाएं. इसे 3-4 बार दोहराएं.
2. बालासन (बच्चे वाली मुद्रा)
यह एक बहुत ही आरामदायक आसन है. यह न केवल कब्ज से राहत देता है, बल्कि तनाव और चिंता को भी कम करता है, जो अक्सर कब्ज का एक बड़ा कारण होते हैं. इस मुद्रा में पेट पर हल्का दबाव पड़ता है, जिससे अंदरूनी अंगों की मालिश होती है.
- कैसे करें:
- घुटनों के बल बैठ जाएं, ठीक वैसे ही जैसे वज्रासन में बैठते हैं.
- साँस छोड़ते हुए, धीरे-धीरे आगे की ओर झुकें.
- अपने माथे को जमीन पर टिका दें और अपने हाथों को शरीर के दोनों ओर सीधा रखें (हथेलियाँ ऊपर की ओर).
- इस स्थिति में गहरी और लंबी साँस लें. एक से दो मिनट तक बने रहें.
3. मलासन (भारतीय टॉयलेट पोज)
यह कब्ज के लिए सबसे असरदार और प्राकृतिक योगासनों में से एक है. असल में, यह हमारे शरीर के लिए मल त्यागने की सबसे सही पोजीशन है. इस आसन को करने से पेट के निचले हिस्से पर दबाव पड़ता है, जो मल को बाहर निकालने में बहुत मददगार होता है.
- कैसे करें:
- अपने दोनों पैरों के बीच थोड़ी दूरी बनाकर सीधे खड़े हो जाएं.
- धीरे-धीरे अपने घुटनों को मोड़ते हुए नीचे बैठें, जैसे आप किसी भारतीय टॉयलेट पर बैठते हैं.
- अपनी कोहनियों को घुटनों के अंदर रखें और दोनों हथेलियों को नमस्ते की मुद्रा में जोड़ लें.
- कोशिश करें कि आपकी एड़ियाँ जमीन पर टिकी रहें. पीठ सीधी रखें.
- इस मुद्रा में 30-60 सेकंड तक रुकें.
इन तीन योगासनों को अपनी सुबह की दिनचर्या का हिस्सा बनाएं. आपको कुछ ही दिनों में फर्क महसूस होने लगेगा. याद रखें, दवाएं सिर्फ एक अस्थायी समाधान हैं, जबकि योग आपकी समस्या को जड़ से खत्म करने का एक प्राकृतिक और स्थायी तरीका है.
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