Stock Market टाटा मोटर्स डीमर्जर, आपकी जेब पर होगा सीधा असर, खरीदने से पहले जानें ये खास बातें
News India Live, Digital Desk: हाल ही में, भारतीय शेयर बाजार में टाटा मोटर्स के डीमर्जर (यानी, कारोबार के बंटवारे) को लेकर काफी चर्चा है. अगर आप टाटा मोटर्स में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो आपके पास एक आखिरी मौका हो सकता है, क्योंकि रिकॉर्ड डेट से पहले खरीदने का समय नजदीक आ रहा है. निवेशकों के लिए इस डीमर्जर से जुड़ी कुछ खास बातों को समझना बेहद जरूरी है.
टाटा मोटर्स का डीमर्जर क्या है?
दरअसल, टाटा मोटर्स ने अपने विशाल कारोबार को दो अलग-अलग सूचीबद्ध कंपनियों में बांटने का ऐलान किया है. पहला, 'वाणिज्यिक वाहन' (Commercial Vehicles - CV) व्यवसाय और इससे जुड़े सभी निवेश होंगे. और दूसरा, 'यात्री वाहन' (Passenger Vehicles - PV) व्यवसाय होगा, जिसमें इलेक्ट्रिक वाहन (EV) और जगुआर लैंड रोवर (JLR) के बिजनेस भी शामिल होंगे. इस डीमर्जर का मुख्य मकसद यह है कि दोनों ही कारोबार को स्वतंत्र रूप से आगे बढ़ने और अपनी रणनीति पर बेहतर तरीके से काम करने का मौका मिले.
रिकॉर्ड डेट से पहले खरीदना क्यों महत्वपूर्ण?
डीमर्जर के दौरान, उन सभी निवेशकों को नए शेयर मिलते हैं जिनके पास रिकॉर्ड डेट तक पुरानी कंपनी (इस मामले में टाटा मोटर्स) के शेयर होते हैं. इसलिए, अगर आप नई बनने वाली दोनों कंपनियों के शेयर चाहते हैं, तो आपको रिकॉर्ड डेट से पहले टाटा मोटर्स के शेयर खरीदने होंगे. हालांकि, रिकॉर्ड डेट अभी तय नहीं हुई है, लेकिन कंपनी जल्द ही इसकी घोषणा कर सकती है. इस तरह, जो लोग रिकॉर्ड डेट से पहले खरीदारी करते हैं, वे दोनों इकाइयों का हिस्सा बन जाएंगे.
निवेशकों के लिए मुख्य बातें:
- दो अलग-अलग इकाइयां: इस डीमर्जर के बाद टाटा मोटर्स के शेयरधारकों के पास दो अलग-अलग कंपनियों के शेयर होंगे - एक कमर्शियल वाहनों के लिए और एक यात्री वाहनों के लिए.
- विकास पर फोकस: एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह विभाजन दोनों कंपनियों को अपने-अपने सेक्टर में बेहतर रणनीति बनाने और विकास पर ज्यादा ध्यान केंद्रित करने का अवसर देगा.
- वैल्यू अनलॉकिंग: कुछ विश्लेषक इसे शेयरधारकों के लिए 'वैल्यू अनलॉकिंग' के रूप में देखते हैं, यानी बाजार में दोनों कंपनियां अपनी विशिष्टताओं के आधार पर बेहतर वैल्यू हासिल कर सकती हैं.
- भविष्य की संभावनाएं: निवेशकों को दोनों इकाइयों के भविष्य की विकास क्षमता और लाभप्रदता का विश्लेषण करना चाहिए ताकि वे यह तय कर सकें कि उनका निवेश दोनों में से किस हिस्से में रखना है.
हालांकि यह डीमर्जर निवेशकों के लिए कुछ रोमांचक संभावनाएं लेकर आया है, फिर भी कोई भी निवेश का निर्णय लेने से पहले गहन रिसर्च और वित्तीय सलाहकार से परामर्श करना बहुत जरूरी है.
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